नई दिल्ली: पाकिस्तान ने गुरुवार को घोषणा की कि उसके विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए अगले महीने भारत आएंगे, पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हराह बलूच ने एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में घोषणा की, “बिलावल भुट्टो जरदारी 4-5 मई, 2023 को गोवा, भारत में होने वाली एससीओ काउंसिल ऑफ फॉरेन मिनिस्टर्स (सीएफएम) में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।”
FM @BBhuttoZardari will lead 🇵🇰delegation to SCO-CFM meeting being held on 4-5 May 2023 in Goa,India. FM’s participation in Meeting reflects 🇵🇰’s continued commitment to SCO Charter & processes & the importance that Pakistan accords to the region in its foreign policy priorities.
— Ministry of Foreign Affairs – Pakistan (@ForeignOfficePk) April 20, 2023
अधिकारी ने कहा, “बैठक में हमारी भागीदारी एससीओ चार्टर और प्रक्रियाओं के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और पाकिस्तान द्वारा अपनी विदेश नीति की प्राथमिकताओं में क्षेत्र को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है.” आपको बताएं बिलावल भुट्टो कि भारत यात्रा 2014 में नवाज शरीफ के बाद किसी पाकिस्तानी नेता की पहली भारत यात्रा होगी.
भारत, जिसके पास वर्तमान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अध्यक्षता है, ने जनवरी में चीन के नए विदेश मंत्री किन गैंग और पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी सहित एससीओ सदस्यों को निमंत्रण भेजा था. फरवरी में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हम एससीओ की वर्तमान अध्यक्षता करते हैं. प्रथागत रूप से, हम पाकिस्तान सहित सभी एससीओ देशों को निमंत्रण देते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि वे सभी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
आठ सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन एक प्रमुख क्षेत्रीय महाशक्ति है जिसे दो दशक पहले अपने सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था, यह दुनिया की कुल आबादी का लगभग 42 प्रतिशत और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 25 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है.