पाकिस्तान (Pakistan) में रहने वाले अल्पसंख्यक खासकर हिन्दूओं और सिखों की हालत बहुत ही चिंताजनक बनी हुई है. वहां रहने वाले हिन्दुओं को निशाना बनाया जाता है. अब कराची (Karachi) में आजादी के पहले बने एक प्राचीन हनुमान मंदिर (Hanuman Temple) को तोड़ दिया गया है. बताया जा रहा है कि कराची में स्थित यह मंदिर लगभग 80 साल पुराना है. यह मामला कराची के लायरी इलाके का है. गौरतलब है कि इस मंदिर की देख रेख करने के लिए आसपास करीब 20 हिंदू परिवार (Hindu Families) रहते थे, इन हिंदू परिवारों के घरों को भी तोड़ दिया गया है . हांलाकि पाकिस्तान सरकार द्वारा इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदिर टूटने की घटना की जानकारी मिलने पर हिंदू परिवार सब एक साथ हो गए थे. इलाके के रहने वाले हिंदुओं द्वारा प्राचीन मंदिर और उनके घरों को तोड़े जाने का विरोध किया गया, इसी दौरान पुलिस वहां पहुंचीं और इलाके को सील कर दिया. पुलिस के पहुंचने के पहले ही मंदिर मलबे में तब्दील हो चुका था. बता दें कि पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, लायरी के असिस्टेंट कमिश्नर अब्दुल करीम मेमन ने मंदिर को गिराने वाले बिल्डर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
बता दें कि इस सारी घटना के पूछे वहां के रहने वाले लोगों ने एक बिल्डर के हाथ होने की बात कही है. स्थानीय लोगों ने कहा कि एक बिल्डर ने कथित रूप से मंदिर के आसपास की जमीन खरीदी थी और वह यहां एक कॉलोनी बनाना चाहता था. लोगों ने कहा कि ने हमें उस बिल्डर ने धोखा दिया है, उसने वादा किया था कि मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा पर अब मंदिर को मलबे में तब्दील किया जा चुका है. खबरों के अनुसार ये कहा जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान मंदिर में किसी को जाने की अनुमति नहीं थी. उन्होंने (बिल्डर ने) स्थिति का फायदा उठाया और हमारे पूजा स्थल को तोड़ दिया.