भारत की ओर से गलती से दागी गई मिसाइल के संबंध में जांच चल रही है. दो सप्ताह पहले पाकिस्तान की ओर चूक वश दगी मिसाइल मामले की जांच में इस घटना में मानवीय गलती होने की बात सामने आने की संभावना ज्यादा है. मामले की जांच की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने यह खबर दी है. उन्होंने बताया कि इस घटना की जांच कर रही ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ एक ग्रुप कैप्टन और कुछ अन्य अधिकारियों की कथित चूक के लिए उनकी भूमिका की जांच कर रही है. इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
आपको बता दें कि यह घटना नौ मार्च को हुई थी जिसके बाद पाकिस्तान ने अगले दिन भारत के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था. सूत्रों ने कहा कि चालू जांच में घटना का कारण मानवीय चूक प्रतीत हो रही है. इस घटना के बाद पीएम इमरान खान ने कहा था कि हम भी जवाब दे सकते थे लेकिन हमने धैर्य से काम लिया. लेकिन कुछ दिनों के बाद ही पाकिस्तान का धैर्य आखिर टूट गया और उसने भारत को जवाब देने का सोचा, लेकिन हंसी का पात्र बनकर रह गया. दरअसल 9 मार्च को गलती से पाकिस्तान में गिरे भारतीय मिसाइल को लेकर पाकिस्तान ने भारत को जवाब देने का प्रयास किया लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो सका.
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जो खबर आ रही है उसके अनुसार पाकिस्तान में सिंध के जमशोरो के आसमान में कुछ नजर आया. स्थानीय लोगों को गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे एक अज्ञात वस्तु नजर आई. बताया जा रहा है कि यह एक मिसाइल था, जिसे पाकिस्तान द्वारा सिंध में अपने परीक्षण रेंज से दागने का काम किया गया था. परीक्षण सुबह 11 बजे निर्धारित किया गया था, जिसे TEL (ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर) में खराबी के कारण एक घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा. फिर से इसका दोपहर 12 बजे परीक्षण किया गया. प्रक्षेपण के कुछ सेकंड बाद मिसाइल को रास्ते से भटक गया. इसका मतलब कि टेस्टिंग फेल हो गई और पाकिस्तान का मजाक बनकर रह गया.