नई दिल्ली : भारत में आतंकी घुसपैठ कराने के लिए पड़ोसी देश पाकिस्तान हमेशा कुछ न कुछ नापाक हरकत करता रहता है. खबर है कि इस बार वह भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान की ओर बहने वाले नदी-नालों के रास्ते ड्रोन से रेकी करा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान इस समय सांबा की बसंतर नदी, अखनूर की चिनाब, जम्मू की सूर्यपुत्री तवी नदी के रास्ते ड्रोन से रेकी कराने के साथ ही हथियार की सप्लाई भी कर रहा है.
खबर यह भी है कि पाकिस्तान घाटी की इन्हीं नदियों के रास्ते ड्रोन के जरिए मादक पदार्थों की तस्करी करने का रूट भी बना रहा है. मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अभी हाल ही में जम्मू में इंडियन एयरफोर्स के स्टेशन पर ड्रोन के जरिए हुए आतंकी हमले के लिए भी उसने तवी नदी को रास्ता बनाया था.
बता दें कि घाटी के जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों की कई नदियों और नालों का बहाव पाकिस्तान की ओर है. इनमें अखनूर की चिनाब, जम्मू की तवी नदी, सांबा की बसंतर और कठुआ का उज्ज दरिया आदि शामिल हैं. इनकी चौड़ाई 100 से 300 मीटर तक बताई जाती है. कभी पाकिस्तान इन्हीं नदियों के रास्ते भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराता था, लेकिन भारत की ओर से इन नदियों के रास्तों पर रोक लगाए जाने के बाद उसने अब ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. इसी का नतीजा है कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को चिनाब नदी में नाव के जरिए गश्त लगाना पड़ रहा है.
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हालांकि, यह पहला ऐसा मौका नहीं है, जब पाकिस्तान भारत के नदी-नालों के रास्ते भारत में ड्रोन के जरिए आतंकियों की घुसपैठ करा रहा है. इसके पहले 26 जून को पाकिस्तान ने मकवाल बॉर्डर जम्मू की तवी नदी रूट का इस्तेमाल किया. उसने दो ड्रोन तवी के ऊपर से भेजे. दोनों ड्रोनों के जरिए इंडियन एयरफोर्स के स्टेशन पर हमला किया गया. इसके बाद इसी साल की 22 जुलाई को अखनूर के चिनाब नदी के ऊपर से उड़कर आने वाले ड्रोन को भारतीय सेना के जवानों ने मार गिराया.