हिजाब विवाद : भारत में आग भड़काने की साजिश रच रहा पाकिस्तान का आतंकी संगठन, आईबी ने जारी किया अलर्ट
रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई के इशारे पर सिख फॉर जस्टिस भारत में विरोध-प्रदर्शनों को बढ़ाने के लिए कर्नाटक में हिजाब का समर्थन करने वाली मुस्कान की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए प्रोपेगेंडा वीडियो वायरल करवा रहा है.
नई दिल्ली : कर्नाटक से हिजाब विवाद पैदा होने के बाद पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन भारत को विरोध-प्रदर्शन की आग में झोंकने की साजिश रच रहे हैं. मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो इसके लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने खुफिया जानकारी के आधार पर अलर्ट जारी किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का खालिस्तानी संगठन एसएफजे (सिख फॉर जस्टिस) हिजाब विवाद की आड़ में भारत में विरोध-प्रदर्शन की आग भड़काने की साजिश रच रहा है. यहां तक कि भारत में इस विवाद को तूल देने के लिए हिजाब रेफरेंडम नामक वेबसाइट भी बनाई गई है.
एसएफजे का इस्तेमाल कर रहा आईएसआई
खबरिया चैनल आज तक की एक रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में हिजाब विवाद को भड़काने के लिए सिख फॉर जस्टिस की ओर से साजिश रची जा रही है. इसकी एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के जरिए एक वीडियो जारी करवाया है. इसके जरिए आईएसआई भारत को हिंसा की आग में झोंकने के लिए हिजाब को लेकर जनमत संग्रह जैसे एजेंडा को फैलाने पर जोर दे रहा है.
प्रोपेगेंडा वीडियो वायरल करवा रहा आईएसआई
खबरिया चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई के इशारे पर सिख फॉर जस्टिस भारत में विरोध-प्रदर्शनों को बढ़ाने के लिए कर्नाटक में हिजाब का समर्थन करने वाली मुस्कान की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए प्रोपेगेंडा वीडियो वायरल करवा रहा है. सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह ने आईएसआई के इशारे पर भारत के मुसलमानों से अपील की है कि वे हिजाब रेफरेंडम शुरू करें और भारत को उर्दुस्तान बढ़ाने की ओर आगे बढ़ें.
Also Read: हिजाब विवाद पर कंगना रनौत की पोस्ट पर शबाना आजमी ने दिया ये जवाब, कहा- अगर मैं गलत हूं तो मुझे बताइए…
आईबी ने जारी किया अलर्ट
रिपोर्ट के अनुसार, आईबी ने अलर्ट जारी किया है कि दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे मुस्लिम बहुल राज्यों में हिजाब विवाद को तूल पकड़ाया जा सकता है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन राज्यों में हिजाब रेफरेंडम एजेंडा फैलाने की कोशिश की जा सकती है.