जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़ने के आसार, पाकिस्तान के नार्को-आतंकवाद पर सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने जताई चिंता

जम्मू-कश्मीर के हालातों को लेकर सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने चिंता जताई है. चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि- कश्मीर में ‘नार्को-आतंकवाद’ में चिंताजनक वृद्धि दर्ज की गई है. इस तकनीक का इस्तेमाल पाकिस्तान नए हथियार के रूप में कर रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2023 6:29 PM
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Jammu Kashmir Terrorism: जम्मू कश्मीर में आये दिन आतंकवादी घटनाएं होती रहती है जिस वजह से सेना को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है. जम्मू कश्मीर सेना के लिए इस बार एक नयी मुसीबत खड़ी हुई है. यह मुसीबत जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की तरफ से नार्को-आतंकवाद की वजह से खड़ी हुई है. जम्मू कश्मीर में बढ़ रहे नार्को-आतंकवाद पर सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि- जम्मू कश्मीर में ‘नार्को-आतंकवाद’ में चिंताजनक बढ़त दर्ज की गई है और पाकिस्तान अब इसे जम्मू कश्मीर में अपने प्रॉक्सी वार के लिए नए हथियार के रूप में इसका इस्तेमाल कर रहा है

नार्को-आतंकवाद में चिंताजनक वृद्धि

सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने आज कहा कि कश्मीर में ‘नार्को-आतंकवाद’ में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है, क्योंकि पाकिस्तान अब इसे जम्मू कश्मीर में अपने प्रॉक्सी वॉर’ में एक नए हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. सेना की उत्तरी कमान के जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग इन चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि पड़ोसी देश यहां के सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने के प्रयास में ड्रोन के जरिए मादक पदार्थ और हथियार भेज रहा है. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने उत्तरी कमान के सभी कर्मियों से आंतरिक और बाहरी सुरक्षा मोर्चों पर विभिन्न चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया.

नए हथियार के रूप में इस्तेमाल

सेना के वरिष्ठ कमांडर ने कहा- कश्मीर ने नार्को-आतंकवाद में चिंताजनक वृद्धि देखी है, क्योंकि पाकिस्तान अब इसे अपने प्रॉक्सी वार में एक नए हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने के प्रयास में हाल में ड्रोन के जरिए मादक पदार्थ के साथ-साथ हथियारों को भेजने की दोहरी रणनीति देखी गई है. सैन्य कमांडर ने कहा कि नशीले पदार्थों की सीमा पार से होने वाली तस्करी के जरिए केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी गतिविधियों को भड़काया जा रहा है. उन्होंने कहा- सुरक्षा बल इस प्रवृत्ति और खतरे को रोकने के लिए पहले से ही ड्रोन रोधी उपाय शुरू कर चुके हैं.

घुसपैठ के प्रयास को विफल करने के लिए सख्त निगरानी

लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि- नियंत्रण रेखा पर स्थिति स्थिर बनी हुई है और पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम समझौता कायम है. उन्होंने कहा- घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए बहुत सख्त निगरानी और एक मजबूत प्रौद्योगिकी-सक्षम बहुस्तरीय घुसपैठ रोधी ग्रिड बनाया गया है. संघर्ष विराम उल्लंघन, घुसपैठ की कोशिशों या दुश्मनों के किसी भी दुस्साहस से मजबूती से निपटा जाएगा. (भाषा इनपुट के साथ)

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