भारत को बदनाम करने की किसी भी साजिश से पाक पीछे नहीं हटना चाहता है. यह अलग बात है कि तमाम प्रयासों के बावजूद हर बार पाकिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ता है. इस बार भी ताजा घटना क्रम में अफागानिस्तान मामले को लेर पाक अमेरिका में भारत को घेरने की फिराक में था. लेकिन अमेरिका ने उल्टा उसे ही झटका दे दिया. दरअसल पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाया कि अफगानिस्तान में भारतीय इंजीनियर वेणु माधव डोंगरा उन चार लोगों में शामिल हैं जिन्होंने पाकिस्तान में आंतकवादी हमले कराने में अपनी भूमिका निभायी है. पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादी हमले का दोषी करार देते हुए पाकिस्तान इंजीनियर डोंगरा को वैश्विक आतंकी घोषित कराना चाहता था.
बता दें कि सितंबर 2019 से ही अमेरिका ने पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को तकनीकी खामियों की वजह से रोक रखा था. अमेरिका ने इस दौरान पाकिस्तान को डोंगरा के खिलाफ आरोप को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत जुटाने के लिए कहा था. पर इसके बावजूद पाकिस्तान इस बात पर जोर लगा था कि डोंगरा को वैश्विक आंतकी घोषित किया जाये. इसके बाद पिछले सप्ताह अमेरेका ने इस पाक के इस प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया. अब इसके बाद अलग पाकिस्तान वेणु माधव डोंगरा पर आरोप लगाता है तो उसे नया प्रस्ताव जमा करना पड़ेगा.
यूएस ने पहले ही पाकिस्तान स्थित आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवागदी घोषित कर रखा है. ऐसे में पाकिस्तान भी भारत को आतंकवाद पोषित देश करार कराने की फिराक में था और उसने भारत के अफगान स्थित कंस्ट्रक्शन इंजीनियर वेणु माधव डोंगरा को वैश्विक आंतकवादी घोषित करने की मांग की थी. भारत के सरकारी सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने डोंगरा के खिलाफ एक झूठा डोजियर भी तैयार किया था. डोजियर में इंजीनियर डोंगरा को आंतकवादी संगठन तहरीके- आई- तालिबान से जुड़ा हुआ बताया था और कहा गया था उसने पाक में आंतकवादी गतिविधियां संचालित करने के लिए फंडिग करता है. इसके अलावा तीन और भारतीयों पर भी इस तरह के आरोप लगाये गये थे. जो वहां एक भारतीय फर्म के साथ काम करते थे,और फिलहाल भारत लौट चुके हैं.
Posted By: Pawan Singh