तालिबान की मदद से कश्मीर हड़पने की साजिश करेगा पाकिस्तान, इमरान की पार्टी के नेता की गीदड़-भभकी
इमरान खान की पार्टी के नेता नीलम इरशाद शेख ने कहा है कि कश्मीर पर कब्जा करने में तालिबान मदद करेगा. पाकिस्तान पर आरोप लगे हैं कि वह तालिबान को चिकित्सा सहायता, हथियार और रसद प्रदान कर रहा है.
नयी दिल्ली : पाकिस्तान की सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के एक नेता ने कहा है कि तालिबान भारत से कश्मीर को मुक्त करने में देश की मदद करेगा. एक टेलीविजन समाचार बहस में बोलते हुए, पीटीआई नेता नीलम इरशाद शेख ने कहा कि तालिबान ने कहा है कि वे हमारे साथ हैं और वे मुक्त कश्मीर में हमारी मदद करेंगे.
पाकिस्तानी पत्रकार और अमेरिका में पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी द्वारा रीट्वीट किये गये वीडियो की क्लिप ऑनलाइन सामने आई है और समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा इसे फिर से प्रसारित किया गया है. वीडियो में, न्यूज एंकर बार-बार शेख से उसकी जानकारी के स्रोत के बारे में पूछती है, यहां तक कि एक बिंदु पर सोचती है कि क्या उसने व्हाट्सएप पर तालिबान द्वारा इस तरह की घोषणा के बारे में पढ़ा है.
न्यूज एंकर ने पीटीआई नेता से पूछा कि मैडम, क्या आप समझ गयी हैं कि आपने क्या कहा है. आपको पता नहीं है कि आपने अभी क्या कहा. यह शो दुनिया भर में प्रसारित होगा, इसे भारत में भी देखा जायेगा. हालांकि, शेख ने अपने बयान पर जोर दिया कि पाकिस्तान के पास अपनी सेना के साथ-साथ प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व की ताकत है ताकि उन्हें कश्मीर को भारत से मुक्त करने में मदद मिल सके.
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शेख ने आगे कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान ने तालिबान का समर्थन किया था जब अफगानिस्तान में उसका पीछा किया जा रहा था. अब जब तालिबान का राज आया है तो उन्होंने कहा है कि वे पाकिस्तान को कश्मीर को अपने देश का हिस्सा बनाने में मदद करके एहसान का बदला चुकायेंगे. उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान पर लगातार अफगानिस्तान में तालिबान को बढ़ावा देने के लिए दोषी ठहराया जाता रहा है.
पाकिस्तान पर आरोप लगे हैं कि वह तालिबान को चिकित्सा सहायता, हथियार और रसद प्रदान कर रहा है. काबुल पर कब्जा करने और लगभग 20 वर्षों के बाद देश पर शासन की घोषणा करने के तुरंत बाद, तालिबान के एक अधिकारी ने कश्मीर को द्विपक्षीय और आंतरिक मामला करार दिया था और कहा था कि तालिबान इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा.
https://twitter.com/SAMRIReports/status/1429883964701958144
एक और वीडियो हाल ही में सामने आया जिसमें पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में कट्टरपंथी जामिया हफ्सा मदरसा के छात्रों को कविताओं का पाठ करके और समूह के झंडे प्रदर्शित करके अफगानिस्तान में विद्रोहियों की जीत का जश्न मनाते हुए दिखाया गया है. मदरसा के प्रमुख ने तालिबान के समर्थन के लिए छात्रों की सराहना की और कहा कि वह चाहते हैं कि इस्लामिक अमीरात अफगान सीमाओं से आगे बढ़े.
हालांकि, इस्लामाबाद प्रशासन ने दावा किया कि उन्होंने मदरसा की इमारत से तालिबान के झंडे हटा दिए हैं. इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अप्रत्यक्ष रूप से अफगानिस्तान में तालिबान के अधिग्रहण की तुलना यह कहते हुए की थी कि युद्धग्रस्त राष्ट्र में गुलामी की बेड़ियां टूट गयी हैं.
Posted By: Amlesh Nandan.