श्रीनगर : हिंदी की एक कहावत है, ‘रस्सी जल जाए, पर उसका बल न जले.’ आतंकवादियों की पौध पैदा करने और आतंकी संगठनों को पनाह देने वाला पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. खबर यह है कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार जम्मू-कश्मीर में सीमा पार और सीमा के अंदर भारत विरोधी झूठी सूचनाएं फैलाने के लिए आतंकी संगठनों के दुष्प्रचारक तत्वों का इस्तेमाल कर रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि सीमा पार से और सीमा के अंदर से दुष्प्रचार करने वाले तत्व युवाओं को भड़काने एवं यहां अशांति फैलाने के लिए सोशल मीडिया के जरिए झूठी सूचनाएं फैला रहे हैं. उन्होंने सुरक्षा बलों से भारत विरोधी तत्वों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है.
डीजीपी ने उत्तरी कश्मीर रेंज, बारामूला और दक्षिणी कश्मीर रेंज, अनंतनाग का दौरा किया तथा सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें कीं. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने बैठकों को संबोधित करते हुए अधिकारियों को संपर्क संबंधी सभी खामियों को दूर करने का निर्देश दिया जिससे कि व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए जा सकें. उन्होंने कहा कि सभी जिलों और इकाइयों को जारी किए गए निर्देशों का पूरी तरह क्रियान्वयन होना चाहिए.
डीजीपी सिंह ने अधिकारियों को भारत विरोधी तत्वों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया और सोशल मीडिया पर मौजूद ऐसे तत्वों का पता लगाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सीमा पार से और सीमा के भीतर से दुष्प्रचार करने वाले तत्व युवाओं को भड़काने और यहां अशांति उत्पन्न करने के लिए सोशल मीडिया पर झूठी सूचनाएं फैला रहे हैं.
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डीजीपी ने विभिन्न स्तरों पर दुष्प्रचार रोधी कदमों की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि हमारे प्रयास ठोस एवं विशिष्ट होने चाहिए, जिनमें आत्मसंतोष की कोई गुंजाइश न हो. सिंह ने सभी सुरक्षा बलों के बीच तालमेल के माध्यम से सुरक्षा मजबूत करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि आतंकवादी तथा उनके आका हताशा में कोई गड़बड़ी करने की कोशिश कर सकते हैं.