महाराष्ट्र के पालघर में साल 2020 में हुए मॉब लिंचिंग मामले को लेकर मंगलवार को बड़ी खबर आयी. दरअसल मामले में में राज्य सरकार यानी महाराष्ट्र की शिंदे सरकार सीबीआई जांच (CBI) को तैयार हो गयी है. पालघर मॉब लिंचिंग केस की सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर महाराष्ट्र सरकार की ओर से हलफनामा तैयार किया गया जिसमें कहा गया है कि वह सीबीआई को मामले की जांच सौंपने को तैयार है. प्रदेश सरकार को इससे कोई आपत्ति नहीं है. यहां चर्चा कर दें कि उद्धव ठाकरे जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, तब इसका विरोध किया गया था.
दरअसल, पालघर में 2 साधु समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या का मामला इस वक्त सुप्रीम कोर्ट में है जहां एक याचिका दायर कर मांग की गयी है कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए. हालांकि, जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार सत्ता में थी, तब राज्य सरकार की ओर से इसका विरोध किया गया था. लेकिन अब प्रदेश में भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे की सरकार सत्ता पर काबिज है, ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने सीबीआई जांच पर हामी भर दी है.
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16 अप्रैल 2022 की रात क्या हुआ था आइए आपको बताते हैं. दरअसल महाराष्ट्र के पालघर जिले में मौजूद गढ़चिंचली गांव में ग्रामीणों ने कार सवार तीन लोगों पर हमला कर दिया था. भीड़ ने पत्थर, डंडों और कुल्हाड़ियों से हमला कर उन्हें बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. इसके बाद इनकी मौत हो गयी. हमले का शिकार हुए तीन लोगों में दो साधु और एक ड्राइवर शामिल थे. इस हमले के बाद खबर आयी थी कि ये तीनों पालघर के रास्ते सूरत में एक अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे.
इस मामले ने उस वक्त बहुत तूल पकड़ा था और पक्ष-विपक्ष आमने सामने आ गया था.