जनरल काउंसिल की बैठक से पहले पन्नीरसेल्वम समर्थकों का हंगामा, AIADMK कार्यालय का तोड़ा दरवाजा

पन्नीरसेल्वम समर्थकों ने पलानीस्वामी के नेतृत्व में पार्टी की जनरल काउंसिल की बैठक से पहले AIADMK कार्यालय का दरवाजा तोड़ दिया. और जमकर हंगामा किया. इससे पहले अन्नाद्रमुक की आम परिषद और कार्यकारी समिति की बैठक खिलाफ पन्नीरसेल्वम समर्थकों ने कोर्ट में आर्जी दी थी. जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2022 10:24 AM
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तमिलनाडु में राजनीतिक हलचल तेज है. मुख्य विपक्षी दल एआईएडीएमके में घमासान मचा है. AIADMK नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी पार्टी की जनरल काउंसिल बैठक आयोजित की गई थी. लेकिन बैठक में पन्नीरसेल्वम के समर्थकों ने पहुंच जमकर उत्पात मचाया. पन्नीरसेल्वम के समर्थकों जमकर नारेबाजी की. वहीं, पलानीस्वामी के नेतृत्व में पार्टी की जनरल काउंसिल की बैठक से पहले AIADMK कार्यालय का दरवाजा तोड़ दिया गया.

गौरतलब है कि, तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक के दो शीर्ष नेता पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम के बीच पार्टी में सिंगल लीडरशिप लागू को लेकर संघर्ष चल रहा है. इसी बीच आज मद्रास उच्च न्यायालय ने अन्नाद्रमुक को आम परिषद की बैठक करने की अनुमति दे दी. लेकिन बैठक में पन्नीरसेल्वम के समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया. गौरतलब है कि अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता ओ पनीरसेल्वम ने बैठक को रोकने के लिए मद्रास उच्च न्यायालय में अर्जी दी थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था.

गौरतलब है कि इससे पहले उम्मीद की जा रही थी कि, अन्नाद्रमुक की आम परिषद और कार्यकारी समिति की आज की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी को पार्टी के एकल सर्वोच्च नेता के रूप में चुना जा सकता है. गौरतलब है कि बैठक को लेकर शहर के बाहरी इलाके में एक मैरिज हॉल के परिसर में बैठक आयोजित करने के लिए सारी व्यवस्था की गई. कार्यक्रम की मेजबानी करने और लगभग 3,000 पदाधिकारियों को समायोजित करने के लिए परिसर में एक बड़े खुले क्षेत्र को टिन की छत से ढका गया. लेकिन बैठक में पनीरसेल्वम के समर्थकों ने पहुंचकर हंगामा कर दिया.

पनीरसेल्वम के साथ काम करना संभव नहीं-मुनुसामी: इससे पहले शनिवार को अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता के.पी.मुनुसामी ने आरोप लगाया था कि पार्टी कोषाध्यक्ष ओ.पनीरसेल्वम ने सत्तारूढ़ द्रमुक से नजदीकी बना ली है और अब उनके साथ संबंध रखना संभव नहीं है. मुनुसामी ने कहा था कि पनीरसेल्वम द्रमुक शासन का पक्ष ले रहे हैं और जब वह सत्तारूढ़ दल की प्रशंसा करेंगे तो इससे अलगाव की स्थिति उत्पन्न होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन को खुश करने के लिए पनीरसेल्वम ने व्यक्तिगत रूप से 50 लाख रुपये का दान श्रीलंका की मदद के लिए हाल में देने की पेशकश की थी.

भाषा इनपुट के साथ

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