Pannu Case: अमेरिकी कोर्ट के समन में अजीत डोभाल का नाम आने पर भड़का भारत, विदेश मंत्रालय ने दिया करारा जवाब

Pannu Case: पन्नू मामले को लेकर अमेरिकी कोर्ट से जारी समन का भारत ने कड़ा विरोध किया है. विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी अदालत के समन पर आपत्ति जताते हुए इसे चिंताजनक करार दिया है.

By Pritish Sahay | September 19, 2024 7:33 PM
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Pannu Case: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले में अमेरिकी कोर्ट के समन में अजीत डोभाल समेत अन्य भारतीय के नाम आने पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी समन पर आपत्ति जताई है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने समन पर कहा है कि यह पूरी तरह से अनुचित और निराधार आरोप हैं. बता दें, न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले की एक कोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व रॉ चीफ सामंत गोयल के अलावा निखिल गुप्ता और विक्रम यादव को समन भेजा गया है. वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने समन को लेकर कहा कि यह पूरी तरह से अनुचित है. यह सरकार की नीति के भी खिलाफ है. उन्होंने कहा कि हम इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं.

अनुचित और निराधार आरोप- विक्रम मिस्री
अमेरिकी कोर्ट के समन पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ‘हत्या’ के आरोप और समन पर कहा कि ये पूरी तरह से अनुचित और निराधार आरोप हैं. अब जब यह विशेष मामला दर्ज किया गया है. यह अंतर्निहित स्थिति के बारे में हमारे विचारों को नहीं बदलता है. उन्होंने कहा कि मैं आपका ध्यान केवल इस विशेष मामले के पीछे के व्यक्ति की ओर आकर्षित करना चाहता हूं, जिसका इतिहास अच्छी तरह से सब जानते हैं. मैं इस तथ्य को भी रेखांकित करूंगा कि यह व्यक्ति जिस तथाकथित संगठन का प्रतिनिधित्व करता है वह गैरकानूनी है संगठन को 1967 के गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत घोषित किया गया है और ऐसा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करने के उद्देश्य से राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने के कारण किया गया है.

अमेरिकी कोर्ट में हो रही है मामले की सुनवाई
बता दें, न्यूयॉर्क के एक कोर्ट में पन्नू हत्या मामले की सुनवाई हो रही है. इस मामले में कोर्ट ने भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व रॉ चीफ सामंत गोयल को समन किया है. इसके अलावा हत्या आरोप में निखिल गुप्ता और विक्रम यादव को भी कोर्ट ने समन भेजा है. बता दें, निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से गिरफ्तार किया गया था. हाल ही में उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है. हालांकि भारत पन्नू की हत्या मामले में अमेरिकी दावे को खारिज कर दिया है.

क्या है पूरा मामला
गुरपतवंत सिंह खालिस्तानी समर्थक और भारत के खिलाफ गतिविधियों में शामिल है. उसे अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता हासिल है. आतंकवाद के आरोपों में भारत में वो मोस्ट वॉन्टेड है. पन्नू सिख फॉर जस्टिस से जुड़ा हुआ है. पन्नू मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है. वो नाथू चक गांव का निवासी है.

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