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परमबीर सिंह की चिट्ठी से गरमायी सियासत, शरद पवार ने दो मंत्रियों को किया दिल्ली तलब, बीजेपी ने की यह मांग

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है. सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी पूर्व पुलिस कमिश्नर की चिट्ठी के बाद महाराष्ट्र में सियासी हचलच तेज हो गई है. आनन फानन में एनसीपी चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र सरकार में अपने दो मंत्रियों को दिल्ली तलब किया है. अजीत पवार और जयंत पाटिल दिल्ली तलब किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2021 11:50 AM
  • परमबीर सिंह की चिट्ठी से गरमायी सियासत

  • अजीत पवार और जयंत पाटिल दिल्ली तलब

  • बीजेपी कर रही है प्रदर्शन

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh Latter Bomb) की चिट्ठी से महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में भूचाल आ गया है. सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी पूर्व पुलिस कमिश्नर की चिट्ठी के बाद महाराष्ट्र में सियासी हचलच तेज हो गई है. आनन फानन में एनसीपी चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र सरकार में अपने दो मंत्रियों को दिल्ली तलब किया है. अजीत पवार और जयंत पाटिल को दिल्ली तलब किया गया है. इसके अलावा आज दोपहर संजय राउत भी शरद पवार से मुलाकात करेंगे.

गौरतलब है पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की लिखी चिट्ठी में एनसीपी नेता और गृहमंत्री अनिल देशमुख पर सचिन वाजे से वसूली करवाने का आरोप है. इन आरोपों के बाद अनिल देशमुख पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ नागपुर और मुंबई में विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसके साथ ही बीजेपी गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की भी मांग कर रही है.

लेटर में किये कई खुलासे: बता दें, पूर्व पुलिस कमिश्नर ने सीएम उद्धव ठाकरे को आठ पन्नों का एक लेटर भेजा था. जिसमें उन्होंने सबूतों के साथ कई खुलासे किए हैं. वहीं, इस लेटर से महाराष्ट्र की सियासत डंवाडोल हो गई है. जिसके बाद एनसीपी चीफ भी एक्टिव हो गए है. उन्होंने दो नेताओं को दिल्ली तलब किया है. दिल्ली में अनिल देशमुख पर लगे आरोपों पर चर्चा की जाएगी. जिसमें महाराष्ट्र से दिल्ली बुलाए गये उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष (महाराष्ट्र) जयंत पाटिल शामिल होंगे.

बता दें, मुकेश अंबानी के घर के बाहर रखे विस्फोटक मामले में परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटा दिया गया था. हालांकि शिवसेना ने इसे रूटीन ट्रांसफर करार दिया था. लेकिन, गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इसपर बयान दिया था कि यह ट्रांसफर रूटीन नहीं है. उन्होंने बहुच बड़ गलतियां की हैं, जिसकी उन्हें सजा मिली है.

गृह मंत्री अनिल देशमुख पर कई आरोप: अपने ट्रांसफर से नाराज होकर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए, और उसके सबूत भी दिए. इसी कड़ी में परमबीर सिंह ने ये भी बताया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ही सचिन वझे को हर महीने 100 करोड़ रुपये के कलेक्शन करने को कहा था.

Posted by: Pritish Sahay

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