Parliament Budget 2022 Session: राज्यसभा में विनियोग विधेयक 2022 और वित्त विधेयक 2022 पर एक चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी के समान यूक्रेन युद्ध का असर भी सभी देशों पर पड़ रहा है और इससे आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत एफडीआई हासिल करने वाले पांच प्रमुख देशों में से बना हुआ है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दौरान एफडीआई प्रवाह 65 प्रतिशत बढ़कर 500.5 अरब अमेरिकी डॉलर हुआ है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि अब हम यूक्रेन में एक युद्ध की स्थिति का सामना कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि सभी देशों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है जैसे कि महामारी का प्रभाव है. लेकिन, यह प्रभाव कई आपूर्ति में व्यवधान पैदा कर रहा है. वैल्यू चेन टूट रही हैं, नए बाजार उभर रहे हैं. साथ ही पुराने बाजार ऐसी स्थिति में फंस गए हैं, जहां कुछ भी सामान्य नहीं है.
Now we are also facing the situation of a full-blown war in Ukraine which is not some war in some corner of the world but it seems to be having an impact on all countries like the way the pandemic has: FM in RS during a discussion on Appropriation Bill, 2022 & Finance Bill, 2022 pic.twitter.com/kzq95DCHUc
— ANI (@ANI) March 29, 2022
वित्त मंत्री ने विनियोग विधेयक, 2022 और वित्त विधेयक, 2022 पर हुई संयुक्त चर्चा का जवाब देते राज्यसभा में कहा कि विभिन्न विकसित देशों के विपरीत सरकार ने कोविड महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार व संसाधन जुटाने के लिए करों में कोई बढ़ोतरी नहीं की, जबकि दुनिया के 32 देशों ने महामारी के बाद विभिन्न करों की दरों में वृद्धि की. उन्होंने कहा कि कोविड की दो लहरों और ओमीक्रोन स्वरूप की समस्या के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध की समस्या सामने आ गयी. उन्होंने कहा कि ने कहा कि मीडया सहित अन्य क्षेत्रों में अटकलें लगायी जा रही थीं कि सरकार कोविड से निपटने के लिए कर लगा सकती है.
निर्मला सीतारमण उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में राज्यों को केंद्रीय करों से 8.35 लाख करोड़ रुपये दिए गए जो वित्त वर्ष 2022 के संशोधित अनुमान 7.45 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि 2010-11 से 2022-23 के बीच पेट्रोल, डीजल पर सड़क व बुनियादी ढांचा उपकर से 11.32 लाख करोड़ रुपये एकत्र हुए और 11.37 लाख करोड़ रुपये का उपयोग हुआ. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2013-14 से 2022-23 के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा उपकर से 3.77 लाख करोड़ रुपये एकत्र हुए. वहीं वित्त वर्ष 2017-18 से 2022-23 के बीच जीएसटी क्षतिपूर्ति उपकर से 5.63 लाख करोड़ रुपये एकत्र हुए और कुल उपयोग 6.01 लाख करोड़ रुपये रहा.
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