‘कांग्रेस शहरी नक्लियों के कब्जे में’, राज्‍यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ यूं कसा तंज

पीएम मोदी ने राज्‍यसभा में जॉब पर भी बात की. उन्होंने कहा कि 27 लाख नौकरी आईटी क्षेत्र में बढ़ी. इपीएफओ में 1 करोड़ 20 लाख नये खाते खुले. 20 से 25 साल के युवाओं के ज्‍यादा खाते खुले. इसका मतलब यह उनकी पहली नौकरी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2022 1:29 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि हमें यह ध्यान देना है कि अगले 25 साल में देश को कैसे आगे ले जाएं, जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरा करेगा. हम देश में 100 प्रतिशत कोविड वैक्‍सीनेशन हासिल करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने राज्‍यसभा में जॉब पर भी बात की. उन्होंने कहा कि 27 लाख नौकरी आईटी क्षेत्र में बढ़ी. इपीएफओ में 1 करोड़ 20 लाख नये खाते खुले. 20 से 25 साल के युवाओं के ज्‍यादा खाते खुले. इसका मतलब यह उनकी पहली नौकरी है.

कांग्रेस ना होती तो क्‍या होता

कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस परिवार के आगे कुछ नहीं सोचती है. कुछ लोग बोलते हैं कि कांग्रेस नहीं होती तो क्‍या होता…तो आज मैं बताता हूं कि क्‍या होता…प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो 1975 का कलंक नहीं होता. 1975 में लोकतंत्र का गला घोंटा गया. लोकतंत्र में परिवारवाद सबसे बड़ा खतरा होता है. कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक नहीं होता. जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती. कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार ना होता. कश्‍मीर के पंडितो को कश्‍मीर छोड़ने की नौबत ना आती.

कांग्रेस एक तरह से शहरी नक्लियों के कब्जे में आयी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी एक तरह से शहरी नक्सलियों के नियंत्रण में आ गयी है तथा लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है. उन्होंने विपक्षी पार्टी को सुझाव दिया कि वह अपना नाम ‘‘इंडियन नेशनल कांग्रेस” से बदलकर ‘‘फेडरेशन ऑफ कांग्रेस” कर ले. प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिये बिना उनके इस बात पर प्रहार करते हुए कही कि ‘‘भारत राष्ट्र नहीं है और यह राज्यों का संघ है”.

कांग्रेस ने किया वॉकआउट

प्रधानमंत्री की बातों का कांग्रेस के सदस्यों ने विरोध किया और कुछ देर हंगामा करने के बाद उसके सभी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए. उनके सदन से बाहर जाने के बाद भी प्रधानमंत्री का कांग्रेस पर हमला जारी रहा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सिर्फ सुनाना ही नहीं होता है, सुनना भी लोकतंत्र का हिस्सा होता है. लेकिन सालों तक उपदेश देने की आदत रही है उनकी. इसलिए बातें सुनने में मुश्किल हो रही है उन्हें.

गुजरात में मेरे ऊपर जुल्म हुए

जब मैं गुजरात में था तो मेरे साथ क्‍या-क्‍या जुल्म हुए मैं भूल नहीं सकता हूं. दिल्ली की सरकार ने यह जुल्‍म किया लेकिन मैं जानता था कि देश के विकास के लिए गुजरात का विकास जरूरी है. राज्‍य की प्रगति से ही देश की प्रगति होगी.

खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई

राज्यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस महामारी के दौरान हमारे देश के युवाओं ने अपनी पहचान बना कर देश को गौरवान्वित किया है. हमारे युवाओं ने खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और महामारी के कारण अपने प्रदर्शन को प्रभावित नहीं होने दिया और देश का नाम रोशन किया.

लॉकडाउन से छूट का मिला लाभ

राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि पहले लॉकडाउन के दौरान काफी विचार-विमर्श और थोड़े साहस के साथ तय हुआ कि गांवों के किसानों को लॉकडाउन से छूट दी जाए. यह एक महत्वपूर्ण निर्णय था, परिणामस्वरूप, हमारे किसानों की एक महामारी के दौरान भी बंपर उत्पादकता थी.

गरीबों का रखा गया ख्याल

राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों के लिए इतने लंबे कालखंड के लिए मुफ़्त में राशन की व्यवस्था की गई, ताकि ऐसी स्थिति कभी पैदा न हो कि उनके घर का चूल्हा न जले. भारत ने ये काम करके दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है.

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कोरोना संकट अपना रूप बदलता है

राज्यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना एक महामारी है, मानव जाति ने पिछले 100 वर्षों में ऐसा संकट कभी नहीं देखा था. यह कोरोना संकट अपना रूप बदलता है और लोगों के लिए परेशानी पैदा करता है, पूरा देश और दुनिया इसके खिलाफ लड़ रही है.

130 करोड़ लोगों की इच्छाशक्ति और अनुशासन

पीएम मोदी ने राज्‍यसभा में कहा कि कोरोना काल में देश में रिकॉर्ड उत्पादन किया गया. जब कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई थी, तब चर्चा हो रही थी कि भारत का क्या होगा. इस बात पर भी चर्चा हुई कि भारत की वजह से दुनिया पर क्या असर पड़ेगा. लेकिन देश के 130 करोड़ लोगों की इच्छाशक्ति और अनुशासन के कारण भारत के प्रयासों की दुनिया भर में सराहना हो रही है.

गरीबों को घर देने का काम चलता रहा

पीएम मोदी ने राज्‍यसभा में कहा कि 2 साल में विश्‍व ने गहरा संकट देखा है. कोरोना काल में गरीबों को घर देने का काम चलता रहा. गरीबों के घरों में चूल्हे जलते रहे. वैक्‍सीनेशन देश में तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना काल में कई कड़े फैसले लिये गये. विश्‍व में भारत की तारीफ हो रही है. हमने कोरोना काल में कई काम किये. पांच करोड़ घरों में नल से जल पहुंचा.

पीएम मोदी ने कहा- गरीबों के सशक्तिकरण के लिए काफी काम किया गया है

राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम नरेंद्र मोदी जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों के सशक्तिकरण के लिए काफी काम किया गया है.

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