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कोरोना का असर : संसद के मानसून सत्र में इस बार नहीं होगा प्रश्नकाल, सांसदों के लिए ऐसी है व्यवस्था

Parliament monsoon session 2020 loksabha and rajya sabha will join together during proceedings : कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की शक्ल बदल दी है. सभा सेमिनार का स्वरूप बदल गया है, शादी-विवाह भी प्रभावित हैं, इसी क्रम में संसद की कार्यवाही पर भी असर होता दिख रहा है. संसद का मानसून सत्र सितंबर महीने में होना है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसबार का संसद सत्र बिलकुल अलग स्वरूप में दिखेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2020 1:41 PM

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की शक्ल बदल दी है. सभा सेमिनार का स्वरूप बदल गया है, शादी-विवाह भी प्रभावित हैं, इसी क्रम में संसद की कार्यवाही पर भी असर होता दिख रहा है. संसद का मानसून सत्र सितंबर महीने में होना है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसबार का संसद सत्र बिलकुल अलग स्वरूप में दिखेगा.

जो खबर आ रही है उसके अनुसार भारतीय संसद के इतिहास में 1952 के बाद पहली बार ऐसा होगा कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही संसद के सेंट्रल हॉल में चलेगी. ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए किया जा रहा है. कार्यवाही के दौरान लोकसभा, राज्यसभा और सेंट्रल हॉल में सदस्य बैठेंगे. अलग-अलग जगहों पर बैठे सांसद और मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये एक-दूसरे से जुड़ सकेंगे. उनके सामने बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगी होगी, जिसके जरिये वे कार्यवाही देख सकेंगे. पहले चार घंटे लोकसभा की कार्रवाई चलेगी और फिर चार घंटे राज्यसभा की कार्रवाई चलेगी. दोनों सदनों की कार्यवाही के बीच में दो घंटे का ब्रेक होगा.

इस बार के सत्र में गैलरी का प्रयोग भी सांसदों के बैठने के लिए किया जायेगा. साथ ही वायरस और कीड़ों को मारने के लिए अल्ट्रा वायलेट सिस्टम एसी यूनिट में लगाया जायेगा. ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि जिन पत्रकारों के पास सिर्फ सेशन कवर करने का पास होगा उन्हें सत्र के दौरान प्रवेश की अनुमति नहीं होगी.

राज्यसभा का स्वरूप : कार्यवाही के दौरान राज्यसभा में 60 सदस्य होंगे, 132 लोकसभा में और 51 सदस्य सेंट्रल हॉल में बैठ सकते हैं. प्रधानमंत्री सहित नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा में ही रहेंगे.

लोकसभा का स्वरूप : लोकसभा में कार्यवाही के दौरान 132 सदस्य रहेंगे, जिनमें प्रधानमंत्री और नेता प्रतिपक्ष और मंत्री सहित कुछ वरिष्ठ सांसद होंगे. 60 सांसद राज्यसभा में 51 अलग-अलग दीर्घाओं और 200 सदस्यों को सेंट्रल हॉल में जगह मिलेगी.

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सत्र की खास बातें : संसद के मानसून सत्र की जो सबसे खास बात है वह यह है कि इस बार कार्यवाही के दौरान प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होगा. राज्यसभा में सात और लोकसभा में 15 मीडिया हाउस को कवरेज की अनुमति होगी. इनका नाम लॉटरी सिस्टम से चयनित होगा. दर्शकों को कार्यवाही देखने की अनुमति नहीं होगी साथ ही कार्यवाही समाप्त होते ही सांसदों को संसद से जाना होगा.

Posted By : Rajneesh Anand

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