Parliament Monsoon Session: अनुराग ठाकुर के बयान पर बवाल, चन्नी ने पीएम मोदी के खिलाफ दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस
Parliament Monsoon Session: लोकसभा में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के दिए गए बयान को लेकर विपक्ष गुस्से में है. बुधवार को सदन में कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने सांसदों ने जमकर बवाल किया.
Parliament Monsoon Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अनुराग ठाकुर के भाषण का वीडियो एक्स पर शेयर किया था, उनकी जमकर तारीफ की थी. लेकिन पीएम के ट्वीट पर भी कांग्रेस ने आपत्ति जताई है और प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया. यह प्रस्ताव कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने पेश किया है. उन्होंने कहा, मैंने प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया है. मैंने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा है कि जब प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया और अनुराग ठाकुर द्वारा की गई कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियों को सदन के रिकॉर्ड से हटाए जाने के बाद प्रचारित किया तो यह सदन की अवमानना थी.
Parliament Monsoon Session: बीजेपी ने अनुराग ठाकुर के बयान को ठहराया सही
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा मंगलवार को लोकसभा में दिए गए बयान पर बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा, 99 की संख्या और अहंकार का खेल. जब अनुराग ठाकुर ने बिना किसी का नाम लिए बोला तो केवल एक व्यक्ति को बुरा क्यों लगा और उनके इशारे पर कांग्रेस के सभी सदस्य खड़े हो गए? जाति पूछने पर ऐसा व्यवहार होगा?
Parliament Monsoon Session: मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पीएम मोदी के ट्वीट की निंदा की
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की लोकसभा में की गई टिप्पणी और उस पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, संसद में किसी की जाति नहीं पूछी जाती. अनुराग ठाकुर जानबूझकर राहुल गांधी का अपमान करने के लिए ऐसा कहा. यह सही नहीं है. अनुराग ठाकुर अपरिपक्व हैं, लेकिन प्रधानमंत्री को ट्वीट करने की क्या जरूरत थी? मैं प्रधानमंत्री के ट्वीट की निंदा करता हूं. प्रधानमंत्री मोदी को पता होना चाहिए कि कहां बोलना है और किसका बचाव करना है.
प्रधानमंत्री ने एससी, एसटी और ओबीसी के अपमान वाले भाषण का समर्थन किया: विपक्ष
विपक्षी दलों ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर ने बजट पर चर्चा के दौरान जो टिप्पणियां की वह दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गो का अपमान है. मुख्य विपक्षी दल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय विशेषाधिकार के हनन को बढ़ावा दिया है.
अनुराग ठाकुर के बयान पर संसद में भारी हंगामा
कांग्रेस सदस्यों ने इसको लेकर गहरी आपत्ति जताई तथा सदन में पुरजोर हंगामा हुआ. राहुल गांधी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने उनका अपमान किया है. ठाकुर की यह टिप्पणी अभी भी कार्यवाही का हिस्सा है, हालांकि उनके भाषण के कुछ अन्य अंश हटा दिए गए हैं. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, यह भाषण जिसे नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ‘अवश्य सुनने’ वाला बता रहे हैं, इसमें इनके सांसद ने बेहद ही अपमानजनक, असंवैधानिक और निंदनीय बातें कही हैं. इसका वीडियो साझा करके प्रधानमंत्री ने संसदीय विशेषाधिकार के घोर उल्लंघन को बढ़ावा दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक सांसद और विपक्ष के नेता से उनकी जाति पूछकर संसदीय संवाद एवं चर्चा के स्तर को और नीचे गिरा दिया है. रमेश ने कहा, विपक्ष के विरोध पर सभापति जगदंबिका पाल ने आश्वासन दिया कि भाषण के उन अंशों को हटा दिया जाएगा. संसद की कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाए गए भाषण के अंश को संपादित और अपलोड किया जाता है. संसद टीवी ने गैर-संपादित भाषण अपलोड किया और नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने इसे सार्वजनिक रूप से शेयर करते हुए इसकी तारीफ की है.