Kisan Bill 2020: कृषि बिल किसानों के खिलाफ मौत का फ़रमान- राहुल गांधी समेत विपक्ष का मोदी सरकार पर हमला
kisan Bill 2020, Parliament Monsoon Session, Rahul Gandhi : कृषि से जुड़े तीन विधेयक सदन के दोनों सदनों से पास हो चुके है. एक तरफ जहां पीएम मोदी समते सरकार के तमाम लोगों ने इसे किसानों के हक में और सरकार का दूरदर्शी कदम बता रहे हैं तो वहीं पूरा विपक्ष इसे किसानों के लिए काला कानून बता रहा है.
kisan Bill 2020, Parliament Monsoon Session, Rahul Gandhi : कृषि से जुड़े तीन विधेयक सदन के दोनों सदनों से पास हो चुके है. मानसून सत्र को आज 7वें दिन कृषि से जुड़े तीन विधेयकों पर आज संसद की अंतिम मुहर लग गई है. विपक्ष के भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में कृषि बिल ध्वनि मत से पास हो गया है. इन विधेयकों के पर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. एक तरफ जहां पीएम मोदी समते सरकार के तमाम लोगों ने इसे किसानों के हक में और सरकार का दूरदर्शी कदम बता रहे हैं तो वहीं पूरा विपक्ष इसे किसानों के लिए काला कानून बता रहा है. किसान बिल का राज्यसभा से पास होने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि जो किसान धरती से सोना उगाता है, मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आँसू रुलाता है. राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फ़रमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है.
बता दें कि कृषि से जुड़े तीन विधेयकों पर पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर बना हुआ है. इस बिल का विरोध करते हुए मोदी सरकार में मंत्री अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल में अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया था. वहीं इस बिल पर RJD नेता मनोज झा ने कहा कि इस हुकूमत में हम एक दिन कहते हैं कि आज सबसे काला दिन था, परन्तु अगले दिन पता चलता है कि बीता हुआ दिन कम काला था और ये ज्यादा काला है. आप एक ऐसा बिल लेकर आ रहे हैं जिससे पूरे देश में आंदोलन शुरू हो गया है, आप सड़क और संसद के बीच का तार तोड़ रहे हैं.
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वहीं कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल ने सत्ता रूढ़ पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि (भाजपा) वैसे तो पढ़ने लिखने में थोड़ा कम ही ये लोग जानते हैं लेकिन पहली बार घोषणापत्र में दिन और रात एक करके उसमें से कुछ चीज निकाली और अपने अध्यादेश से तुलना की कोशिश की. हमारा घोषणापत्र घोड़ा है लेकिन गधे के साथ इन्होंने तुलना करने की कोशिश की. शिवसेना संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषि बिल के बारे में कहा कि ये किसानों के लिए नई क्रांति है नई आज़ादी है. MSP और सहकारी खरीद की व्यवस्था खत्म नहीं की जाएगी, ये सिर्फ अफवाह है. तो क्या अकाली दल के एक मंत्री ने अफवाह पर भरोसा रखकर कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया.