Parliament Monsoon Session, Lok Sabha and Rajya Sabha: कोरोना संकट के कारण टलता रहा संसद का मानसून सत्र आखिरकार कल यानी 14 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. इसके लिए खास इंतजाम किए हैं. कई ऐसे बदलाव हुए हैं जो संसदीय इतिहास में पहली बार होगा. कोरोना संकट के कारण संसद कैंटीन को बंद कर दिया गया है, मगर लोग पनीर थाली, चिकन बिरयानी जैसे लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे.
एचटी की खबर के मुताबिक, कोरोना काल में जब उत्तरी रेलवे द्वारा संचालित संसद कैंटीन बंद है तो तो सांसदों, संसद स्टाफ और मीडियावालों के लिए खाने का विशेष प्रबंध किया गया है. जो भोजन परोसा गया वह बाहर से मंगाया जाएगा. रेलवे हाउस परिसर के अंदर भोजन वितरण और भुगतान का प्रबंधन करेगा.
105 रुपये की पनीर थाली रोटी, मिठाई, दाल, अचार और जीरा चावल के साथ मिलेगी. दक्षिण भारतीय थाली इडली, वड़ा, मिनी डोसा, उत्थपम, सांभर और चटनी के साथ 110 रुपये में मिलेगी. दोनों एक बंगाली मार्केट स्थित निजी रेस्तरां द्वारा तैयार किए गए हैं. नॉन-वेज फूड बॉक्स भी उपलब्ध होंगे, जिसमें चिकन कटलेट, क्रोइसैन, उबली हुई सब्जियां और बटर के लिए 150 रुपये और चिकन बिरयानी और रायता के लिए 100 रुपये देने होंगे.
चूंकि बंगाली मार्केट स्थित रेस्तरां में केवल शाकाहारी खाना मिलता है, इसलिए नॉन-वेज संसद भवन के करीब नॉर्थ एवेन्यू में सांसदों की कैंटीन में तैयार किया जाएगा. नाश्ते के मेन्यू में चीज रोल, सैंडविच, वेज पैटीज़, समोसा, और कचौरी है, जो सुबह 7.30 बजे से पहले संसद परिसर में लाया जाएगा। मिठाई भी परोसी जाएगी। सुबह की समयसीमा का सख्ती से पालन किया जाएगा क्योंकि सुबह की शिफ्ट के लिए सदन सुबह 9 बजे से शुरू हो जाएगा.
संसद में आने वाले मानसून सत्र के दौरान खाना की सुविधा फूड बॉक्स में कड़े स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के साथ सोमवार से शुरू की जा सकती है. अधिकारियों ने कहा कि वे वास्तव में यह नहीं जानते हैं कि कितने लोग फूड पैकेट के लिए ऑर्डर करेंगे, क्योंकि ज्यादातर लोग महामारी के दौरान बाहर खाने से सावधानी बरत रहे हैं. संसद के कर्मचारियों और मीडिया को खाना के लिए एक दिन पहले ही ऑर्डर और भुगतान करना होगा.
निचले सदन के सदस्यों के बैठने की व्यवस्था के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि 257 सांसदों को सदन के मुख्य रूम में और 172 सांसदों को आगंतुकों की गैलरी में बैठाया जाएगा. इसके अलावा लोकसभा के 60 सदस्य राज्यसभा के मुख्य कक्ष में बैठेंगे और इसके अलावा 51 सदस्य उच्च सदन (राज्यसभा) की गैलरी में बैठेंगे.
कोरोना वायरस के मद्देनजर संसदीय कार्य मंत्री संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक नहीं करेंगे. इस बार दोनों सदनों में सदन के नेता और विपक्ष के नेता को छोड़कर किसी भी सदस्य के बैठने की सीट तय नहीं की गई है. समय की कमी के चलते इस बार 18 दिनों तक लगातार संसद चलेगी. कोराना और लॉकडाउन के चलते इस बार दो संसद सत्रों के बीच करीब 6 महीनों का अंतर रहा है.
लोकसभा और राज्यसभा दो पालियों में चलेंगीं, रोजाना सुबह 9 बजे से 1 बजे तक राज्यसभा का सत्र चलेगा, उसके बाद दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक लोकसभा का सत्र चला करेगा. बीच के 2 घंटे में संसद को सैनिटाइज करने का कार्य होगा. कोविड-19 के चलते संसद सत्र में भाग लेने वाले सभी सांसदों, लोकसभा और राज्यसभा के कर्मचारियों को आरटी-पीसीआई कोरोना टेस्ट कराना होगा.
Posted by: Utpal kant