Parliament: मार्च से जून के बीच एक करोड़ से अधिक प्रवासी मजदूर अपने राज्य लौटे
नयी दिल्ली : सरकार ने मंगलवार को बताया कि इस साल मार्च से जून के बीच एक करोड़ से अधिक प्रवासी श्रमिक अपने गृह राज्यों को लौटे जिनमें पैदल यात्रा करने वाले भी शामिल हैं. सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री वी के सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘कोविड-19 के नतीजतन बड़ी संख्या में श्रमिकों ने अपने गृह राज्यों के लिए वापसी की.'
नयी दिल्ली : सरकार ने मंगलवार को बताया कि इस साल मार्च से जून के बीच एक करोड़ से अधिक प्रवासी श्रमिक अपने गृह राज्यों को लौटे जिनमें पैदल यात्रा करने वाले भी शामिल हैं. सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री वी के सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘कोविड-19 के नतीजतन बड़ी संख्या में श्रमिकों ने अपने गृह राज्यों के लिए वापसी की.’
उन्होंने कहा कि श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार 1.06 करोड़ से अधिक प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्यों को लौटे, जिनमें लॉकडाउन के दौरान पैदल चलकर लौटने वाले श्रमिक शामिल हैं.
सिंह ने बताया कि मार्च से जून की अवधि के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग समेत सड़कों पर कुल 81,385 दुर्घटनाएं घटीं, जिनमें 29,415 लोग हताहत हुए. हालांकि, उन्होंने कहा कि मंत्रालय लॉकडाउन के कारण अपने गांव या घरों को जाते समय 23 मार्च से एक मई के बीच सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए या मारे गये लोगों के संबंध में अलग से आंकड़े नहीं रखता.
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संसद के मॉनसून सत्र में लोकसभा की कार्यवाही कोरोनावायरस को लेकर चिंताओं के बीच तय समय से आठ दिन पहले बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जा सकती है. सूत्रों ने मंगलवार को ऐसी जानकारी दी.
सूत्रों ने कहा कि बुधवार को निचले सदन की बैठक अपराह्न तीन बजे शुरू होगी और शून्यकाल संचालित किये जाने के बाद करीब पांच बजे उसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जा सकता है.
Posted By: Amlesh Nandan.