दिल्ली हिंसा को लेकर सदन में बुधवार को भी हंगामा जारी है. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद जहां राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी, वहीं लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज सुबह संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली हिंसा पर सदन में चर्चा होनी चाहिए.
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हंगामे के बीच सदन में कहा कि हम लोकसभा में 11 मार्च से और राज्यसभा में 12 मार्च से दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं. इससे पहले आज सुबह संसद परिसर में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे.
बुधवार को जहां समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव और जावेद अली ने दिल्ली हिंसा के मुद्दे में राज्यसभा ने दिया कार्य स्थगन का नोटिस दिया था. वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने भी दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर राज्यसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया था.
दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के मुद्दे पर होली के बाद चर्चा कराने की पेशकश को अस्वीकार करते हुए विपक्षी दलों के सदस्यों ने बुधवार को राज्यसभा में हंगामा किया. इस वजह से उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी. सभापति एम वेंकैया नायडू ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद घोषणा की कि उन्हें 267 के तहत कुछ नोटिस मिले हैं जिन्हें उन्होंने स्वीकार नहीं किया है. लेकिन मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली में हिंसा विषय पर सदन में चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में विभिन्न दलों के नेताओं के साथ मिलेंगे और तय करेंगे कि किस नियम के तहत इस मुद्दे पर चर्चा हो. उन्होंने होली के बाद इस पर चर्चा कराने की बात की. इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया.