Parliament Security Breach: आरोपियों से दूसरी बार पूछताछ, पॉलीग्राफ टेस्ट की मांग वाली याचिका पर 5 को सुनवाई
छह आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगने वाली दिल्ली पुलिस की अर्जी पर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 5 जनवरी को सुनवाई तय की है. पुलिस ने मनोरंजन और सागर की ब्रेन मैपिंग और नार्को एनालिसिस कराने की अनुमति मांगी है.
संसद में 13 दिसंबर को हुई सुरक्षा चूक के मामले में गिरफ्तार छह आरोपियों से दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने दूसरी बार आमने-सामने पूछताछ की है. इधर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में आरोपी नीलम आजाद की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. जिसमें कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. अब इस मामले में 10 जनवरी को सुनवाई होगी.
पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की मांग वाली याचिका पर 5 जनवरी को सुनवाई
छह आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगने वाली दिल्ली पुलिस की अर्जी पर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 5 जनवरी को सुनवाई तय की है. पुलिस ने मनोरंजन और सागर की ब्रेन मैपिंग और नार्को एनालिसिस कराने की अनुमति मांगी है.
5 जनवरी तक सभी आरोपी पुलिस हिरासत में
संसद की सुरक्षा चूक मामले के आरोपी सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद, अमोल शिंदे, ललित झा और महेश कुमावत पांच जनवरी तक पुलिस हिरासत में हैं. पुलिस सूत्र के मुताबिक, नीलम और मनोरंजन को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित विशेष प्रकोष्ठ की ‘काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट’ के कार्यालय में, तथा अन्य चार को विशेष प्रकोष्ठ की विभिन्न इकाइयों में रखा गया है. आरोपियों से विशेष प्रकोष्ठ की अलग-अलग टीम पूछताछ कर रही हैं.
20 दिसंबर को भी आरोपियों से हुई थी आमने-सामने पूछताछ
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 30 और 31 दिसंबर को उन्हें आमने-सामने पूछताछ के लिए ‘काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट’ के कार्यालय में लाया गया था. जांचकर्ता घटना के क्रम और प्रत्येक आरोपी की भूमिका की पुष्टि करना चाहते थे. इससे पहले, आरोपियों से 20 दिसंबर को आमने-सामने पूछताछ की गई थी.
संसद पर हुए आतंकवादी हमले की बरसी वाले दिन आरोपियों ने किया था हंगामा
संसद पर हुए आतंकवादी हमले की बरसी वाले दिन गत 13 दिसंबर को शर्मा और मनोरंजन शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए थे. उन्होंने कैन से पीला धुआं छोड़ा और नारेबाजी की जिन्हें सांसदों ने पकड़ लिया. लगभग उसी समय, शिंदे और नीलम ने संसद परिसर के बाहर नारे लगाते हुए कैन से रंगीन धुआं उड़ाया.
आरोपी ‘भगत सिंह फैन क्लब’ फेसबुक पेज से जुड़े थे
आरोपी ‘भगत सिंह फैन क्लब’ फेसबुक पेज का हिस्सा थे. उन्होंने पूछताछ के दौरान कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य बेरोजगारी और मणिपुर हिंसा तथा किसान आंदोलन जैसे मुद्दों पर सरकार को संदेश भेजना था. जांचकर्ताओं को संदेह है कि आरोपियों ने एक ‘आका’ के इशारे पर काम किया और उन्हें धन मिला. अधिकारियों ने मनोविश्लेषण भी किया है और आरोपियों का ‘पॉलीग्राफ’ परीक्षण करने की योजना बनाई है. सभी छह आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.