संसद सुरक्षा चूक मामला: राजस्थान में मिले आरोपियों के मोबाइल के जले टुकड़े, जानें ताजा अपडेट
ललित झा ने पहले चारों आरोपियों के फोन नष्ट किए और दिल्ली आने से पहले उसने अपना फोन भी नष्ट कर दिया. संसद सुरक्षा चूक मामले का ताजा अपडेट जानें यहां
संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले को लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे है. इस बीच समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस सूत्रों के हवाले से एक खबर दी है जिसमें कहा गया है कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पांच आरोपियों के मोबाइल फोन के हिस्से राजस्थान से बरामद कर लिये गये है. सभी फोन, जो कथित ‘मास्टरमाइंड’ ललित मोहन झा ने अपने पास रखे थे, जली हुई हालत में मिले हैं. इससे पहले दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने किया था कि ललित झा ने दिल्ली आने से पहले पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए और जांच टीम को गुमराह करने का काम कर रहा है. बताया जा रहा है कि मामले के मास्टरमाइंड ने राजस्थान के कुचामन में भागने के बाद चार नहीं बल्कि पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए थे.
Parliament Security Breach | According to the Police, phone parts of all the accused have been recovered from Rajasthan. All the phones were found in burnt condition. Lalit Jha had the phones of all the accused: Delhi Police Sources https://t.co/XdMIkMsdy0 pic.twitter.com/Ye9UBf9omI
— ANI (@ANI) December 17, 2023
ललित झा ने पहले चारों आरोपियों के फोन नष्ट किए
जांच में इस बात की जानकारी सामने आई है कि ललित झा ने पहले चारों आरोपियों के फोन नष्ट किए और दिल्ली आने से पहले उसने अपना फोन भी नष्ट कर दिया. एएनआई ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि ललित लगातार जांच टीम को गुमराह कर रहा था. जांच टीम ने सेल्युलर कंपनी को पत्र लिखकर ललित और बाकी चार आरोपियों के बारे में जानकारी मांगी है.
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संसद में जारी घमासान के बीच पीएम मोदी ने कहा है कि संसद में हुई घटना चिंताजनक है. इसकी गहराई से जांच जरूरी है. आपको बता दें कि संसद में चूक की घटना 13 दिसंबर को देखने को मिली थी.
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संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में छठी गिरफ्तारी
इस बीच, संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में छठी गिरफ्तारी राजस्थान के नागौर से महेश कुमावत की शनिवार को हुई. वह कथित तौर पर साजिश रचने के लिए पिछले दो वर्षों से अन्य आरोपियों के संपर्क में था. सबूत मिटाने के लिए उनके मोबाइल फोन नष्ट कर दिए थे. आपको बता दें कि एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेजे गए सभी आरोपी अलग-अलग राज्यों-कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं. सूत्रों के हवाले से जो मीडिया में खबर चल रही है उसके अनुसार, जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ा है, पुलिस टीम 13 दिसंबर की घटना की आगे की जांच के लिए आरोपियों के राज्यों के लिए रवाना हो गई हैं.