संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, लेकिन दोनों ही सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी है. हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही बार बार बाधित हो रही है. 12 सांसदों के निलंबन का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. वहीं, केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने राज्यसभा की कार्यवाही में रुकावट डालने और कामकाज ठप करने का आरोप विपक्ष के दलों पर लगाया है. उन्होंने कहा कि विरोधी दलों के पास मुद्दे की कमी है. महंगाई और ओमिक्रॉन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को विपक्ष नजरअंजाद कर रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्षी दल राज्यसभा को चलने नहीं दे रहे हैं और गलत सूचना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. आज राज्यसभा में ओमिक्रॉन वैरिएंट पर चर्चा होनी थी और लोकसभा में महंगाई पर चर्चा होनी थी. लेकिन विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कोई सार्वजनिक मुद्दा नहीं उठाने का फैसला किया है. वहीं, उन्होंने 12 सांसदों के निलंबन मामले पर भी विपक्ष को घेरा और कहा कि सदन की गरिमा बचाने के लिए 12 सांसदों को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए.
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वहीं, राहुल गाधी ने लखीमपुर खीरी हिंसा पर एसआईटी रिपोर्ट के मामले को लोकसभा नहीं उठाने देने का आरोप लगाया था. जिसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लखीमपुर खीरी का मामले की जांच पूरी तरह से सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निर्देशों से की जा रही है. जो मामला कोर्ट में विचाराधीन है उस पर सदन में चर्चा नहीं होती है. बता दें कि लखीमपुर मामलों को लेकर विपक्ष ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव लाया था. जिसे राहुल गांधी ने लोकसभा में रखा था. कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य अजय कुमार मिश्रा को इसका आरोपी बताते हुए उसे हटाने की मांग की है.