Parliament Updates : राज्यसभा के 12 सांसदों के खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई पर हंगामा मंगलवार को भी जारी है. विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से राज्यसभा की बैठक शुरू होने के पांच मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी सांसद राहुल गांधी ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग मंगलवार को लोकसभा में उठाई.
उन्होंने कहा कि सरकार को इन किसान परिवारों को उनका अधिकार देना चाहिए. राहुल गांधी ने सदन में शून्यकाल के दौरान इस विषय को उठाने का काम किया. यही नहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लोकसभा के पटल पर करीब 500 किसानों की एक सूची भी रखी और दावा किया कि इन लोगों ने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई.
लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 30 नवंबर को कृषि मंत्री से सवाल किया गया था कि आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई तो जवाब आया कि हमारे पास डाटा नहीं है. राहुल गांधी ने लिस्ट दिखाया और कहा कि मेरे पास मृतक किसानों की लिस्ट है जो आपको मैं दे रहा हूं. मृत किसानों के परिवार को पंजाब सरकार ने मुआवजा दिया है और कुछ को नौकरी भी दी है. उन्होंने आगे कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री ने माफी मांगी है और दूसरी ओर सरकार ने कहा है कि मृत किसानों का डाटा नहीं है तो मैं यह लिस्ट आपको देता हूं. केंद्र सरकार इन्हें न्याय दे और मुआवजा भी.
इधर भाजपा संसदीय दल की बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह हुई. बैठक में पीएम मोदी ने पार्टी के सांसदों से सख्त लहजे में हिदायत दी और कहा कि वो मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में मौजूद रहें. सख्त हिदायत के साथ-साथ पीएम मोदी ने सांसदों को लोगों के हित में काम करने के लिए भी कहा है. खबरों की मानें तो पीएम मोदी ने सत्र के दौरान संसद में ना आने वाले सांसदों को फटकार लगाने का काम किया है.
इससे पहले आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नोटिस दिया और एक्ट्रेस कंगना रनौत से पद्मश्री वापस लेने की मांग की. वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया. वे किसानों के मुआवजे को लेकर चर्चा चाहते हैं. एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा है कि ओबीसी आरक्षण पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए.
Also Read: संसद : राज्यसभा में बोले PM मोदी- CAA के खिलाफ प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलायी गयी
आपको बता दें कि निलंबन के बाद से रोजाना प्रदर्शन कर रहे 12 निलंबित विपक्षी सांसदों ने आज भी संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया. मंगलवार को कांग्रेस सांसद अधिर रंजन चौधरी, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत और कई अन्य विपक्षी सांसद उनके समर्थन के लिए पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
निलंबित राज्यसभा सदस्य अपने खिलाफ की गई इस कार्रवाई के विरोध में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देते नजर आएंगे. आपको बता दें कि पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था.
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं.
Posted By : Amitabh Kumar