Winter Session 2021 : सांसदों के निलंबन पर बढ़ी तकरार, गांधी प्रतिमा के सामने भाजपा और विपक्ष ने किया प्रदर्शन
राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन के खिलाफ भाजपा के सांसद भी प्रदर्शन कर रहे हैं और वे अपने-अपने हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया है.
Parliament Winter Session : संसद के शीतकालीन सत्र का आज शुक्रवार को पांचवां दिन है. संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के हंगामे की वजह से गतिरोध जारी है. कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने लखनऊ में किसानों की मौत पर चर्चा की मांग की है. इसके साथ ही, राज्यसभा से निलंबित विपक्ष के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी नेताओं का धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है. शुक्रवार को इस मसले को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में तकरार कुछ ज्यादा ही बढ़ गया. अब भाजपा के सांसद भी संसद के बाहर धरने पर बैठ गए हैं.
बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित किए जाने के विरोध में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सांसद शुक्रवार को भी संसद के परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से कहा कि भाजपा के पास क्या किया जाना चाहिए, क्या नहीं किया जाना चाहिए, इसकी समझ नहीं है. वे केवल भाजपा पार्टी में अथॉरिटी के आदेश का पालन करते हैं. महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने प्रदर्शन करने के अधिकार का भी भाजपा ने खंडन किया, ये और कुछ नहीं तानाशाही है.
उधर, खबर यह भी है कि राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन के खिलाफ भाजपा के सांसद भी प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने अपने-अपने हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया है. वहीं, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस-कांग्रेस में हिट एंड रन केस का खेल हो रहा है. एक तरफ त्रिमूर्ति कांग्रेस है और दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस है. इसका कारण केवल एक है कि विपक्ष का चौधरी कौन है. इससे ज्यादा ये कुछ नहीं है.
वहीं, एनआरसी को लेकर भी विपक्ष के द्वारा विरोध किया जा रहा है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद डोला सेन ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि संसद में एक सवाल के जवाब में भाजपा के मंत्री ने बताया कि अभी पूरे भारत में कहीं भी एनआरसी लागू नहीं होगा. इन्होंने कृषि कानून वापस कर लिया, एनआरसी भी वापस लेने वाले हैं. पश्चिम बंगाल की हालत के बारे में 6 महीने पहले जनता ने चुनाव में जनादेश दे दिया.