Video: त्रिपुरा चुनाव में हिंसा की जांच के लिए पहुंची संसदीय टीम पर हमला, 4 से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच लिए पहुंची संसदीय टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया जिसमें 4 से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. घटना के बाद कांग्रेस और सीपीएम ने आरोप लगाया है कि, सत्ताधारी बीजेपी समर्थित कुछ लोगों ने उन पर हमला किया है.

By Abhishek Anand | March 11, 2023 8:07 AM
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अगरतला: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच लिए पहुंची संसदीय टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया जिसमें 4 से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. आपको बताएं कि CPIM, CPI और कांग्रेस के नेताओं की संसदीय जांच टीम शुक्रवार को अगरतला पहुंची. लेकिन, भीड़ ने नेताओं पर हमला किया. टीम 12 मार्च तक यहां रुक सकती है, जिसके बाद यह रिपोर्ट पेश करेगी और 13 मार्च से शुरू हो रहे संसद के सत्र में इस मामले को उठाएगी.

भीड़ ने संसदीय टीम की वाहनों को किया क्षतिग्रस्त 

वहीं पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीपीआई (एम) त्रिपुरा के राज्य सचिव और पूर्व मंत्री जितेंद्र चौधरी ने कहा कि, शुक्रवार शाम बीसलगढ़ के नेहलचंद्र नगर बाजार में संसदीय दल पर हुए भयावह हमले के कारण शनिवार को होने वाले कार्यक्रमों को मजबूरन स्थगित करना पड़ा है. कांग्रेस और माकपा के सूत्रों ने कहा कि जब संसदीय दल के सदस्य सिपाहीजला जिले के हिंसा प्रभावित विशालगढ़ गए, तो सत्ताधारी बीजेपी समर्थित कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया. उन्होंने हम पर हमला किया और पथराव किया. हमारे 3-4 वाहनों में तोड़फोड़ की गई है. सांसदों का कहना है की वो फौरन वहां से चले जिस वजह से बड़ा हादसा टल गया.

जयराम रमेश ने घटना की निंदा की

वहीं इस पूरे घटना की कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने घटना की निंदा की. रमेश ने ट्वीट किया, “कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल पर आज त्रिपुरा के विशालगढ़ और मोहनपुर में बीजेपी के गुंडों ने हमला किया. प्रतिनिधिमंडल के साथ गई पुलिस ने कुछ नहीं किया. शनिवार को बीजेपी वहां एक विजय रैली कर रही है. ये पार्टी प्रायोजित हिंसा की जीत है.” उन्होंने घटना का एक वीडियो भी ट्विटर वाल पर पोस्ट किया है.


चुनाव के नतीजों के घोषणा के बाद से 1200 हिंसा की घटनाएं

दो मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से राज्य में हिंसा की करीब 1,200 घटनाएं हुई हैं. कांग्रेस और माकपा नेताओं ने कहा कि संसदीय दल में चार लोकसभा सांसद और तीन राज्यसभा सांसद शामिल हैं. इन्हें तीन समूहों में विभाजित किया गया है. ये तीन जिलों – पश्चिम त्रिपुरा, सिपाहीजाला और गोमती में हिंसा प्रभावित गांवों और शहरी क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. पार्टियों के स्थानीय विधायक पीआर नटराजन, रंजीता रंजन, एए रहीम, अब्दुल खालिक, बिकाश रंजन भट्टाचार्य, विनय विश्वम और एलाराम करीम सहित संसदीय टीमों के साथ थे.

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