कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले के तथाकथित प्रमुख आरोपी पार्थ चटर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री बने रहेंगे या नहीं, आज राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस मसले पर फैसला किया जाएगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से ईडी की छापेमारी में मिले करीब 20 करोड़ रुपये से अधिक की रकम के बाद गुरुवार की दोपहर करीब तीन बजे के बाद राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है. मीडिया की रिपोर्ट की मानें, तो ईडी की छापेमारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने मंत्रिमंडल बड़ा बदलाव करने के मूड में दिखाई दे रही हैं.
आलम यह कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी की हिरासत में भेजे गए पार्थ चटर्जी को मंत्री या पार्टी के महासचिव के तौर पर संबोधित करना भी बंद कर दिया है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, टीएमसी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में भी पार्थ चटर्जी को मंत्री या पार्टी महासचिव के तौर पर संबोधन का बंद कर दिया गया है. हालांकि, इस मुखपत्र के संपादक भी पार्थ चटर्जी ही थे. मीडिया की खबरों में यह भी बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा की ओर से पार्थ चटर्जी को मिली गाड़ी को छीन लिया गया है. इस गाड़ी को पार्थ चटर्जी पिछले 15 सालों से इस्तेमाल कर रहे थे.
इस बीच, खबर यह भी है कि शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और छापेमारी के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने राज्य के अस्थायी राज्यपाल एल गणेशन से मुलाकात की है. उनकी इस मुलाकात के बाद पार्थ चटर्जी पर कार्रवाई को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाए जाने के बाद इस प्रकार की अटकलों को और बल मिलता दिखाई दे रहा है. आज गुरुवार की दोपहर करीब तीन बजे के बाद मंत्रिमंडल की यह बैठक आयोजित की जाएगी.
टीएमसी के महासचिव ने भी गुरुवार को अपने एक ट्वीट में लिखा है कि पार्थ चटर्जी को पार्टी के सभी पदों और मंत्रालय से तत्काल हटा दिया जाना चाहिए. उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि पार्थ चटर्जी को पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इस बयान को गलत माना जाता है, तो पार्टी को मुझे सभी पदों से हटाने का पूरा अधिकार है.
"Partha Chatterjee should be removed from ministry and all party posts immediately. He should be expelled. If this statement is considered wrong, the party has every right to remove me from all posts," tweets TMC General Secretary Kunal Ghosh pic.twitter.com/JC0JCYfW4C
— ANI (@ANI) July 28, 2022
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में पार्थ चटर्जी उद्योग के साथ-साथ संसदीय कार्यमंत्री भी हैं. इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के शिक्षा और सूचना तकनीकी मामलों के भी मंत्री थे. उनके शिक्षा मंत्री के पद पर आसीन रहने के दौरान ही बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला हुआ था. इस घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद पूछताछ कर रहा है. इसके साथ ही, अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई लगातार जारी है.