Partition of India: भारत के दूसरे विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एक वीडियो जारी किया है. बीजेपी द्वारा जारी किए गए इस सात मिनट के वीडियो में 1947 की घटनाओं पर पार्टी की ओर से अपना वर्जन जारी किया गया है. वीडियो में देश के बंटवारे के लिए जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार बताया गया है. साथ ही, मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व वाली मुस्लिम लीग की पाकिस्तान बनाने की मांग के आगे नेहरू को झुकने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.
वहीं, बीजेपी की ओर से जारी किए गए इस वीडियो को लेकर पलटवार करते हुए कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने के पीछे प्रधानमंत्री की वास्तविक मंशा सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं को अपने सियासी लाभ के लिए इस्तेमाल करना है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश को बांटने के लिए आधुनिक दौर के सावरकर और जिन्ना का प्रयास आज भी जारी है. बीजेपी के वीडियो में Cyril John Radcliffe को दिखाया गया है, जिनके विभाजन के नक्शे ने पंजाब और बंगाल को लगभग आधे हिस्से में विभाजित कर दिया था. सवाल किया गया कि एक व्यक्ति जिसे भारतीय सांस्कृतिक विरासत का कोई जानकारी नहीं है, उसे केवल कुछ हफ्तों में भारत को बाटंने की अनुमति कैसे दी गई.
बीजेपी की ओर से जारी किए गए वीडियो के पूरे हिस्से में नेहरू के दृश्य दिखाए गए हैं. साथ ही वॉयस ओवर में बंटवारे की भयावहता को बयां किया गया है. बीजेपी ने इस वीडियो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा है कि जिन लोगों को भारत की सांस्कृतिक विरासत, सभ्यता, मूल्यों, तीर्थों का कोई ज्ञान नहीं था, उन्होंने मात्र तीन सप्ताह में सदियों से एक साथ रह रहे लोगों के बीच सरहद खींच दी. उस समय कहां थे वे लोग जिन पर इन विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ संघर्ष करने की जिम्मेदारी थी?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इस वीडियो पर पलटवार करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए और उन्होंने कहा कि सच यह है कि दो राष्ट्र का सिद्धांत सावरकर ने दिया था. जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि सच ये है कि सावरकर ने दो राष्ट्र का सिद्धांत दिया और जिन्ना ने इसे आगे बढ़ाया. पटेल ने लिखा था, मुझे लगता है कि अगर विभाजन स्वीकार नहीं किया गया, तो भारत कई टुकड़ों में बंट जाएगा.
साथ ही उन्होंने पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री आज जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भी याद करेंगे, जिन्होंने शरत चंद्र बोस की इच्छा के खिलाफ बंगाल के विभाजन का समर्थन किया था और स्वतंत्र भारत के पहले कैबिनेट में शामिल हुए, जब विभाजन के दर्दनाक परिणाम स्पष्ट रूप से सामने आ रहे थे? बंटवारे की त्रासदी का दुरुपयोग नफरत और पूर्वाग्रह की भावना को भड़काने के लिए नहीं होना चाहिए. लाखों लाख लोग विस्थापित हुए और जानें गईं. उनके बलिदानों को भुलाया या अपमानित नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गांधी, नेहरू, पटेल और अन्य नेताओं की विरासत को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्र को एकजुट करने का प्रयास जारी रखेगी. नफरत की राजनीति हारेगी.
वहीं, बीजेपी के वीडियो में विभाजन के लिए भारतीय कम्युनिस्टों को भी दोषी ठहराया गया है. बीजेपी का दावा है कि उनके नेताओं ने मुस्लिम लीग का समर्थन किया और एक अलग मुस्लिम देश की मांग को सही ठहराया. बता दें कि पिछले साल 14 अगस्त को पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि 1947 में विभाजन के दौरान भारतीयों के कष्टों और बलिदानों की देश को याद दिलाने के लिए हर साल 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा. पीएम मोदी ने रविवार सुबह भी इसको लेकर ट्वीट किया है.
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