Bharat Jodo Yatra में शामिल होंगी महबूबा मुफ्ती, यात्रा में लाल सिंह के शामिल होने पर दी ये प्रतिक्रिया
Bharat Jodo Yatra: महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि राहुल गांधी एक बार फिर से देश को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. मेरे लिए यह मायने नहीं रखता कि कौन उनके साथ जुड़ रहा है, या उसका मकसद क्या है?
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में लाल सिंह के शामिल होने पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि राहुल गांधी का कोई भी समर्थन करें, उन्हें फर्क नहीं पड़ता. पीडीपी चीफ ने कहा कि राहुल गांधी सड़कों पर हैं और हजारों लोग उनके साथ जुड़ रहे है. राहुल गांधी एक बार फिर से देश को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. मेरे लिए यह मायने नहीं रखता कि कौन उनके साथ जुड़ रहा है, या उसका मकसद क्या है?
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी महबूबा मुफ्ती
बताते चलें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अब जल्द ही जम्मू-कश्मीर में एंट्री करने वाली है. घाटी में यात्रा के प्रवेश से पहले ही राजनीति भूचाल आ गया है और पार्टी की प्रवक्ता दीपिका पुष्कर नाथ ने इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों के मुताबिक, उनके इस्तीफे की वजह लाल सिंह हैं, जिन्हें हाल ही में यात्रा में शामिल होने की इजाजत मिली थी. लाल सिंह के यात्रा में शामिल होने पर अब जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने राहुल गांधी का समर्थन किया है. साथ ही कहा कि हम भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करते हैं और हम इसमें भाग लेंगे.
J&K had to suffer the most due to communal politics. I think there was no other option for Congress besides Bharat Jodo Yatra, to reclaim their legacy, idea of India, secular & democratic India. So, we welcome Bharat Jodo Yatra & we'll participate in it: PDP chief Mehbooba Mufti pic.twitter.com/QU1fai2cmW
— ANI (@ANI) January 18, 2023
भारत जोड़ो यात्रा के अलावा कांग्रेस के पास नहीं था कोई विकल्प
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सांप्रदायिक राजनीति का सबसे ज्यादा खामियाजा जम्मू-कश्मीर को भुगतना पड़ा है. मुझे लगता है कि कांग्रेस के पास अपनी विरासत, भारत के विचार, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक भारत को पुनः प्राप्त करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा के अलावा कोई विकल्प नहीं था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा पर रिपोर्ट आई थी जिसमें बताया था कि यात्रियों की तादाद 4,500-5000 से अधिक नहीं होनी चाहिए. जो जोशीमठ में हुआ और जिस तरह से पर्यावरण से सुरंग, हाइवे बनाकर खिलवाड़ किया. यह हाल कहीं हमारे साथ न हो क्योंकि यहां भी सुरंग आदि बनाया जा रहा है.