नयी दिल्ली : भारत में कोरोना वैक्सीन आने की खबरों के बीच गाइडलाइन को नजरंदाज किये जाने का असर दिखने लगा है. सोशल डिस्टेन्सिंग और मास्क पहनने को नजरंदाज किये जाने के कारण कई जगह सामूहिक तौर पर लोग कोरोना पॉजिटिव पाये जा रहे हैं.
पंजाब के लुधियाना, मध्य प्रदेश के इंदौर, कर्नाटक के बेंगलुरु और केरल के मलप्पुरम में एक ही जगह पर कई लोगों के कोरोना पॉजिटिव की खबरें आयी हैं. जाता घटना बेंगलुरु की है.
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के बोमनहल्ली में एसएनएन राज लेकव्यू अपार्टमेंट में 103 लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये. ये सभी लोग एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. कार्यक्रम के बाद सभी लोगों ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करायी. इनमें 103 लोग पॉजिटिव पाये गये.
इससे पहले बेंगलुरु के मंजूश्री कॉलेज ऑफ नर्सिंग कॉलेज में 40 छात्र कोरोना पॉजिटिव हो गये थे. इनमें से अधिकतर छात्र केरल के रहनेवाले हैं. इसके बाद राज्य सरकार ने केरल से दक्षिण कन्नड, उडुपी, मैसूरु, कोडागु और चामराजनगर जिलों में आनेवाले छात्रों को आरटीपीसीआर टेस्ट कराने को कहा था.
इधर, इंदौर में कोरोना मरीजों के आंकड़े परेशान करने लगे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, 50 से कम आ रहे मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि दर्ज की गयी है. मंगलवार को 89 नये संक्रमित मिले. इनमें 26 संक्रमित एक ही निजी कंपनी में काम करनेवाले थे.
पंजाब के गुरदासपुर के कलानौर के एक निजी स्कूल के सात छात्र एक साथ कोरोना संक्रमित हो गये थे. वहीं, लुधियाना के कूमकलां ब्लाक के चौंता गांव के सरकारी स्कूल में 30 छात्रों की रिपोर्ट पाजिटिव आयी थी. छात्रों के अलावा गणित के शिक्षक और चपरासी भी कोरोना संक्रमित हो गये थे.
केरल के मल्लपुरम के दो स्कूलों के 192 छात्रों और 72 कर्मचारियों के कोविड-19 संक्रमित हो गये थे. 638 छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण में 149 छात्र और 51 कर्मियों में 39 कर्मी कोविड-19 संक्रमित पाये गये थे. वहीं, दूसरे स्कूल में 43 छात्र और 33 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है.
मालूम हो कि भारत में अभी स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स को कोरोना वैक्सीन दिये जा रहे हैं. हाल ही में वैक्सीन की दूसरी डोज देनी शुरू की गयी है. आम लोगों को मार्च महीने से कोरोना वैक्सीन दी जा सकती है. इसके बावजूद मास्क नहीं लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना भारी पड़ रहा है.
डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस के मुताबिक, व्यक्ति के संपर्क में आने से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता है. अगर कोरोना संक्रमित व्यक्ति छींकता है या मुंह या नाक से किसी भी तरह की डॉपलेट्स निकलती हैं, तो उसके संपर्क में आनेवाला दूसरा व्यक्ति संक्रमित हो जाता है.
साथ ही कहा गया है कि अगर किसी सतह पर कोरोना वायरस है, तो उसके संपर्क में आनेवाला व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित हो सकता है. संक्रमित व्यक्ति की आंख, नाक या मुंह को छूने से भी कोरोना वायरस फैलता है. इसके बावजूद लापरवाही के कारण समूह में कोरोना वायरस संक्रमित होने की खबरें लगातार आ रही हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.