Kartavya Path: कोविड-19 महामारी के दो साल के अंतराल के बाद नववर्ष की पूर्व संध्या का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ कर्तव्य पथ पर उमड़े. फिर से पिकनिक स्पॉट बने कर्तव्य पथ पर पहुंचने वाले लोगों में कुछ बच्चे भी शामिल रहे जो स्कूल की तरफ से पिकनिक मनाने आए.
लाजपत नगर से अपने परिवार के साथ आयी रजनी भल्ला ने कहा कि उनके लिए नव वर्ष के मौके पर कर्तव्य पथ आना एक वार्षिक रस्म सी बन गयी थी लेकिन कोरोना वायरस के कारण यह सिलसिला रुक गया था. भल्ला ने कहा, ‘‘मैं उत्साहित महसूस कर रही हूं. कर्तव्य पथ के उद्घाटन के बाद मैं पहली बार यहां आयी हूं. यह काफी आकर्षक लगता है और मौसम भी खुशनुमा है. हम भीड़भाड़ वाले मॉल और बाजार में जाने के बजाय अपने परिवार के साथ कुछ अच्छा वक्त बिताने के लिए यहां आना पसंद करते हैं.’’
अपने माता-पिता और दोस्तों के साथ कर्तव्य पथ पर आए 11 वर्षीय राज ने कहा, ‘‘मुझे अपने दोस्तों के साथ खेलना और यहां आना पसंद है क्योंकि यहां हमें काफी जगह मिल जाती है. हम लूडो, फुटबॉल और छुपन-छुपाई खेलते हैं.’’ कई लोग इस दिन को यादगार बनाने के लिए सेल्फी लेते और तस्वीरें खिंचवाते नजर आए. पेशेवर फोटोग्राफर प्रशांत सिंह ने कहा, ‘‘अच्छी गुणवत्ता वाले कैमरा फोन उपलब्ध होने के कारण लोग सेल्फी लेना पसंद कर रहे हैं लेकिन फिर भी कुछ लोग है जो पेशेवरों से तस्वीरें खिंचवा रहे हैं. कुल मिलाकर यह अच्छा दिन रहा क्योंकि मुझे कई ग्राहक मिले.’’
Also Read: Kartavya Path: 28 फीट ऊंची है नेताजी की प्रतिमा, तैयार करने में लग गये 26000 घंटे, जानें इसकी खासियत
भीड़ बढ़ने के साथ ही रेहड़ी-पटरी वाले भी अच्छी-खासी बिक्री होने की बाट जोह रहे हैं. कर्तव्य पथ पर प्लास्टिक बॉल और खिलौने बेचने वाले राम शंकर ने कहा, ‘‘अभी तक अच्छी शुरुआत रही है. सैकड़ों लोग अपने बच्चों के साथ आए हैं और मैंने अन्य दिन के मुकाबले अधिक पैसा कमाया है.’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया था. इसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था.