फिर टेढ़ी हुई ड्रैगन की चाल, भारतीय युवकों को अपनी सेना में शामिल करने की कोशिश कर रहा चीन

India China News: कांग्रेस नेता निनोंग ईरिंग का दावा है कि चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अरुणाचल प्रदेश के युवकों की भर्ती करने का प्रयास कर रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2021 8:18 AM
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India China News: भारत के खिलाफ चीन नई-नई साजिश करने में कभी पीछे नहीं रहा है. इसी कड़ी में चीन की एक और हरकत सामने आ रही है. खबर है कि, चीन भीरतीय लोगों को अपनी सेना में शामिल करने की योजना बना रहा है. ड्रैगन अरुणाचल प्रदेश के युवाओं को अपनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA,पीएलए) में शामिल करने की पूरी कवायद में लगा है.

कांग्रेस नेता निनोंग ईरिंग का दावा है कि चीन सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) में अरुणाचल प्रदेश के युवकों की भर्ती करने का प्रयास कर रहा है. कांग्रेस विधायक ने सोशल मीडिया ये बातें कही हैं. उन्होंने कही कि, पीएलए तिब्बत के अलावा अरुणाचल प्रदेश के युवकों को भी भर्ती करने का प्रयास कर रही है. यहीं नहीं, निनोंग ईरिंग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय से भी इस मामले को गंभीरता से लेने की अपील की है.

गौरतलब है कि, अरुणाचल प्रदेश से 11 सौ किमी से ज्यादा लंबी सीमा तिब्बत से सटी है. और तिब्बत के साथ चीन अरुणाचल प्रदेश को भी अपना ही हिस्सा मानता है. ऐसे में वो अरुणाचल के लोगों को भी अपना नागरिक मानता आया है. इसी कड़ी में वो अरुणाचल प्रदेश के लोगों को अपनी सेना में भर्ती करने की पूरी कोशिश में लगा है.

बता दें, गलवान घाटी हिंसा के बाद चीन की चाल और तेज हो गई है. उसने अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर अपनी गतिविधि काफी बढ़ा दी है. नये-नये निर्माण को चीन प्रशय दे रहा है. बांध, रेलवे और सड़क का निर्माण वो कर रहा है. वहीं, चीन ने बार्डर पर अपनी सेना की संख्या भी अच्छी खासी बढ़ा रखी है. अक्सर चीनी सेना बार्डर पर घुसपैठ करते रहते हैं. कई भार भारतीय सेना से उसकी झड़प हो चुकी है.

गौरतलब है कि इन दिनों चीन चिब्बती बच्चों को अपनी सेना में भर्ती कर रहा है. इसके लिए वो तिब्बती बच्चों को कड़ी ट्रैनिंग दे रहा है. वो 8 से 16 साल की उम्र के बच्चों को सैनिक बना रहा है. चीन इन बच्चों के ट्रैनिंग के लिए न्यिंगत्रि में सैन्य प्रशिक्षण केंद्र भी बना लिया है. बता दें, यह इलाका भारत के अरुणाचल प्रदेश से सटा हुआ है.

Posted by: Pritish Sahay

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