चंडीगढ़ : केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरी आबादी की घर-घर जाकर जांच शुरू की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसने यात्रा की है या किसी में बुखार और खांसी जैसे लक्षण तो नहीं है.
चंडीगढ़ देश का पहला शहर है जिसने कोरोना वायरस के संक्रमण के इस तरह की जांच शुरू की है. केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज परिदा ने शनिवार को यहां बताया, ‘‘ हम शहर के लोगों की जांच कर रहे हैं और यह किया जा सकता है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह जांच करेंगे कि किसी को बुखार या खांसी तो नहीं है और किसी ने बाहर की यात्रा तो नहीं की थी. परिदा ने बताया कि इस काम में पैरामेडिकल कर्मियों को लगाया गया है. उन्होंने कहा कि इससे उन लोगों का पता लगाने में मदद मिलेगी जो अपनी जानकारी छिपा रहे हैं.
परिदा ने बताया, ‘‘हम पहले ही तीन लाख लोगों की जांच कर चुके हैं. किसी को नहीं छोड़ा जाएगा. हमें उम्मीद है कि पूरी आबादी की जांच एक हफ्ते में कर ली जाएगी. उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ की आबादी करीब 12 लाख है.
परिदा ने कहा, ‘‘चंडीगढ़ देश का पहला शहर है जहां की शत प्रतिशत आबादी की जांच की जा रही है. यह छोटा शहर है और सीमित आबादी है. हमारे पास इनकी जांच करने के लिए समर्थ कर्मचारी, मानवबल और डॉक्टर आदि हैं.
उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ में 19 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे जिनमें से सात को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. इस बीच, चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने कहा कि जबतक देश में लॉकडाउन रहेगा तबतक चंडीगढ़ में कर्फ्यू जारी रहेगा
उन्होंने निर्देश दिया कि फसल की कटाई करने और बाजार में अपनी उपज बेचने जा रहे किसानों को कर्फ्य के दौरान सुविधाएं दी जानी चाहिए. बदनोर ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वह चंडीगढ़ में मौजूद 40 किताब की दुकानों से छात्रों को घर तक किताब पहुंचाने की व्यवस्था करें