ऑरेंज जोन में टैक्सी और कैब को दो यात्रियों के साथ मिली अनुमति, बसें पूरी तरह प्रतिबंधित – गृह मंत्रालय

गृह मंत्रालय ने 4 मई से दो सप्ताह के विस्तारित लॉकडाउन के दौरान ऑरेंज ज़ोन में व्यक्तियों और वाहनों की आवाजाही के संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है.नए दिशानिर्देशों के अनुसार, ओला और उबेर सहित टैक्सी और कैब एग्रीगेटर की अनुमति है, जिसमें केवल एक ड्राइवर और दो यात्री की अनुमति है

By Mohan Singh | May 2, 2020 5:51 PM
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नयी दिल्ली : गृह मंत्रालय ने 4 मई से दो सप्ताह के विस्तारित लॉकडाउन के दौरान ऑरेंज ज़ोन में व्यक्तियों और वाहनों की आवाजाही के संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है.नए दिशानिर्देशों के अनुसार, ओला और उबेर सहित टैक्सी और कैब एग्रीगेटर की अनुमति है, जिसमें केवल एक ड्राइवर और दो यात्री की अनुमति है.

इसके साथ ही व्यक्तियों और वाहनों के अंतर-जिला आंदोलन की अनुमति है, केवल अनुमत गतिविधियों के लिए, चार पहिया वाहनों में चालक के अलावा, अधिकतम दो यात्रियों के साथ,ऑरेंज ज़ोन में, अंतर-जिला और बसों के अंतर-जिला पिंग निषिद्ध हैं. हालांकि, ग्रीन जोन में बसें 50 प्रतिशत तक की क्षमता के साथ चल रही हैं और बस डिपो 50 प्रतिशत तक की क्षमता के साथ चल सकती हैं.

शुक्रवार के आदेश में कहा गया था कि ऑरेंज ज़ोन में दोपहिया वाहनों पर पिलर की सवारी की अनुमति दी जाएगी. हालाँकि, नए स्पष्टीकरण में दोपहिया वाहनों के संबंध में कोई आदेश शामिल नहीं है और इसलिए इसने लोगों में बहुत भ्रम पैदा किया.

जानें, ग्रीन जोन, ऑरेंज जोन और रेड जोन में कौन होंगे शामिल – किसी भी क्षेत्र को ग्रीन जोन में तभी रखा जाएगा यदि वहां कोविड-19 का कोई पुष्ट मामला ना हो या पिछले 21 दिन में जिले में कोई मामला सामने ना आया हो. वहीं कोई भी रेड या ऑरेंज जोन में शामिल जिले क्रमश: 28 और 14 दिन तक कोई नया मामला सामने ना आने के बाद ग्रीन जोन में आ सकते हैं.

केंद्र सरकार द्वारा जारी रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन की सूची

सूची में दिल्ली के 11 जिलों को रेड जोन (हॉटस्पॉट्स) घोषित किया गया है. वहीं महाराष्ट्र के 14 जिले रेड जोन, 16 ऑरेंज जोन और छह ग्रीन जोन में शामिल हैं. गुजरात के नौ जिले रेड जोन, 19 ऑरेंज जोन और पांच ग्रीन जोन में हैं. वहीं मध्य प्रदेश के नौ जिले रेड जोन, 19 ऑरेंज जोन और 24 ग्रीन जोन में हैं. राजस्थान के आठ रेड, 19 ऑरेंज और छह जिले ग्रीन जोन में हैं. वहीं झारखंड में केवल एक रेड जोन बनाया गया है रांची को. वहीं 9 जगहों को ऑरेंज जोन और 14 ग्रीन जोन बनाया गया है.

उत्तर प्रदेश के 19 जिले रेड जोन, 36 ऑरेंज जोन और 20 ग्रीन जोन में हैं. जबकि तमिलनाडु के 12 जिले रेड जोन, 24 ऑरेंज और एक ग्रीन जोन में हैं. गोवा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मणिपुर, नागालैंड और मिजोरम पूरी तरह ग्रीन जोन में है.

तेलंगाना के छह जिले रेड, 18 ऑरेंज और नौ ग्रीन जोन में हैं. आंध्र प्रदेश के पांच जिले रेड जोन, सात ऑरेंज जोन और एक ग्रीन जोन में है. पश्चिम बंगाल के 10 जिले रेड जोन, पांच ऑरेंज और आठ ग्रीन जोन में हैं.

असम, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मेघालय, पुडुचेरी और त्रिपुरा जैसे कुछ राज्यों में कोई भी रेड जोन नहीं है. कुछ राज्यों द्वारा कुछ क्षेत्रों को रेड-जोन में शामिल करने का मुद्दा उठाए जाने पर सचिव ने कहा कि यह एक गतिशील सूची है.

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