श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में हत्याओं के आरोपी रहे बिट्टा कराटे पर दर्ज केस क्या एक बार फिर खोले जाएंगे! दरअसल, जम्मू कश्मीर में हत्याओं के आरोपी बिट्टा कराटे पर दर्ज केस को फिर से खोलने की याचिका पर आज यानी बुधवार को जम्मू कश्मीर कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पीड़ित सतीश टिक्कू के परिवार से याचिका की हार्ड कॉपी कोर्ट में जमा करने को कहा है. अब इस मामले में 16 अप्रैल को दोबारा सुनवाई होगी.
कश्मीर पंडितों की हत्या का आरोप: बता दें, बिट्टा कराटे पर 90 के दशक में अपने दोस्त टिक्कू सहित कई कश्मीरी पंडितों की हत्या का आरोप लगा है. हत्याकांड के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था, लंबे समय तक वो जेल में बंद था. 2006 में उसे जमानत पर रिहा किया गया था. बता दें, बिट्टा असली नाम फारूक अहमद डार है. कराटे सीखे होने के कारण लोग उसके नाम के आगे कराटे लगाने लगे थे.
बिट्टा ने खुद कबूली थी हत्या की बात: 90 के दशक में विट्टा कराटे पर कश्मीरी हिन्दुओं की हत्या का आरोप लगा था. उस पर आरोप है कि, 31 साल पहले उसने सतीश टिक्कू की हत्या की, उसके बाद उसने कई और कश्मीरी पंडितों को मौत के घाट उतार दिया था. एक टीवी कार्यक्रम में उसने खुद हत्या की बात कबूली थी. बिट्टा कराटे पर 19 से ज्यादा मामलों दर्ज किए गए थे.
फिर चर्चा में है बिट्टा कराटे: 2006 में जमानत पर रिहा होने के बाद साल 2008 में अमरनाथ विवाद के दौरान भी वो चर्चा में आया था. उस समय उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. हाल में ही बनी फिल्म कश्मीर फाइल के बाद से बिट्टा कराटे एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. जम्मू-कश्मीर हत्याकांड के 31 साल बाद सतीश टिक्कू के परिवार ने सोशल एक्टिविस्ट विकास राणा के सहयोग से बिट्टा कराटे के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
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Posted by: Pritish Sahay