भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत घटने के बाद पाकिस्तान में भी ‘मोदी-मोदी’!
पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौती का एलान देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया. उन्होंने कहा कि उत्पाद शुल्क में कटौती के प्रभाव स्वरूप पेट्रोल के दाम में 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में सात रुपये प्रति लीटर की कमी आयेगी.
केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौती की है. शनिवार को सरकार ने पेट्रोल पर आठ रुपये प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क कम किया. इस बात की चर्चा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी हो रही है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने “अमेरिका के दबाव” के बावजूद रूस से रियायती तेल खरीदने के लिए भारत की फिर एकबार तारीफ की है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता ने ईंधन की कीमतों में कटौती के भारत सरकार के फैसले के बारे में जानकारी साझा की, और अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि क्वाड का हिस्सा होने के बावजूद भारत ने अमेरिकी दबाव से खुद को अलग रखने का काम किया….जनता को राहत देने के लिए रियायती रूसी तेल भारत की ओर से खरीदा गया. भारत ने वही किया जो हमारी सरकार एक स्वतंत्र विदेश नीति की मदद से इसे हासिल करने के का प्रयास कर रही थी.
एलान देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कियापेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौती का एलान देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया. उन्होंने कहा कि उत्पाद शुल्क में कटौती के प्रभाव स्वरूप पेट्रोल के दाम में 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में सात रुपये प्रति लीटर की कमी आयेगी. ऐसा उत्पाद शुल्क की दर पर लगने वाले अन्य करों में कमी आने की वजह से होगा. सरकार ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को घरेलू रसोई गैस पर 200 रुपये प्रति सिलिंडर की सब्सिडी देने की घोषणा भी की. एक साल में 12 गैस सिलिंडर तक पर यह सब्सिडी मिलेगी. इसका फायदा लगभग नौ करोड़ परिवारों को मिलेगा. सरकार का ये फैसले शनिवार आधी रात से लागू हो गये. देश में बढ़ती महंगाई और ईंधन उत्पादों की ऊंची कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए ये कदम उठाये गये हैं.
सरकार ने इसके पहले चार नवंबर, 2021 को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. लेकिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मार्च, 2022 के दूसरे पखवाड़े से पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी शुरू हो गयी थी. इसके लिए रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम में हुई वृद्धि को जिम्मेदार बताया गया. केंद्रीय वित्त मंत्री ने उत्पाद शुल्क में कटौती करते हुए भरोसा जताया कि राज्य सरकारें भी पेट्रोल-डीजल पर लागू अपने करों में कटौती करने की दिशा में आगे बढ़ेंगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के ऐसा करने से आम आदमी को राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध की वजह सप्लाई चेन बाधित हुई हैं. इसके चलते आज पूरी दुनिया महंगाई की मार झेल रही है. पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पिछले दिनों भाजपा शासित राज्यों ने डीजल-पेट्रोल पर अपने करों में कटौती की थी. लेकिन, गैर-भाजपा शासित राज्यों ने ऐसा नहीं किया. ये राज्य भी वैट कम कर राहत दें.
Also Read: राजस्थान और केरल सरकार ने भी घटाया Petrol-Diesel पर वैट, क्या बीजेपी शासित राज्यों में मिलेगी राहत? हमारे लिए जनता सबसे पहलेपेट्रोल-डीजल की कीमतों में की गयी यह बड़ी कटौती विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक असर डालेगी. इससे हमारे नागरिकों को राहत मिलेगी और जिंदगी आसान बनेगी. उज्ज्वला योजना ने करोड़ों भारतीयों, खास कर महिलाओं की मदद की है. उज्ज्वला में सब्सिडी का फैसला परिवारों के बजट को बड़ी राहत देगा.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री