नयी दिल्ली : फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अल्बर्ट बोरला ने मंगलवार को कहा है कि भारत में कोविड-19 वैक्सीन की मंजूरी के लिए फाइजर अब अंतिम चरण में है. वहीं, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा है कि अभी चर्चा चल रही है.
Pfizer now in final stages to get approval for #COVID19 vaccine in India. I hope very soon we will finalize an agreement with the govt: Pfizer CEO Albert Bourla pic.twitter.com/e0EQP1wKtz
— ANI (@ANI) June 22, 2021
No decision has been taken on Moderna indemnity clause. Discussion is underway: Dr. VK Paul, Member-Health, Niti Aayog pic.twitter.com/1aly0QMM5L
— ANI (@ANI) June 22, 2021
जानकारी के मुताबिक, फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अल्बर्ट बोरला ने कहा है कि ”भारत में कोविड-19 वैक्सीन के लिए मंजूरी पाने के लिए फाइजर अब अंतिम चरण में है. मुझे उम्मीद है कि बहुत जल्द हम सरकार के साथ एक समझौते को अंतिम रूप देंगे.” वहीं, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा है कि मॉडर्न क्षतिपूर्ति खंड पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. चर्चा चल रही है.
मालूम हो कि देश में तीन कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी गयी है. इन तीनों कोरोना वैक्सीन हैं- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूस की गेमालिया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायलॉजी की स्पूतनिक-वी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि भारत में इस्तेमाल होनेवाली दोनों वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट पर प्रभावी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि डेल्टा वेरिएंट पर भारतीय वैक्सीन कितनी प्रभावी हैं, इस संबंध में जल्द ही डेटा साझा किया जायेगा.
सूत्रों के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और नेशनल एक्सपर्ट ग्रूप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड (एनईजीवीएसी) के बीच अभी बातचीत चल रही है. हालांकि, अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका है कि फाइजर, मोडर्ना और जॉन्सन एंड जॉन्सन जैसी अमेरिकी वैक्सीन के लिए नियम कैसे बनाये जायें.
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका में वैक्सीन को मंजूरी देनेवाली संस्था अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) से मंजूरी नहीं मिलना बताया जा रहा है. इसी कारण अमेरिका की ओर से मदद की घोषणा के बावजूद फाइजर, मॉडर्ना और जॉन्सन एंड जॉन्सन के ढाई करोड़ वैक्सीन को लेकर कोई रास्ता नहीं निकाला जा सका है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.