इस समय एक खबर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि मेडिकल स्टोरों में नौकरी करने वाले फार्मासिस्ट अब डॉक्टरों की तरह दर्जा हासिल करने जा रहे हैं. वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि फार्मासिस्ट भी अब डॉक्टरों की तरह क्लीनिक खोल सकेंगे और मरीजों का इलाज कर सकेंगे. खबर में यह भी दावा किया जा रहा है कि इसको लेकर सरकार ने भी अपनी मंजूरी दे दी है. हालांकि जब वायरल मैसेज की पड़ताल की गयी, तो पता चला की खबर पूरी तरह से फेक है और लोगों को गुमराह करने वाली है. खबर में कोई सच्चाई नहीं है. सरकार ने ऐसी मंजूरी नहीं दी है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल वायरल खबर के बारे में तब पता चला जब पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने इसकी पड़ताल की. पड़ताल करने के बाद टीम ने अपने ट्विटर हैंडल से इसकी पूरी सच्चाई बतायी. पीआईबी की टीम ने वायरल खबर को शेयर किया और जांच में क्या पाया उसे भी बताया.
पीआईबी ने क्या किया है ट्वीट ?
दावा : एक न्यूज आर्टिकल में दावा किया जा रहा है कि डाक्टरों की तरह अब फार्मासिस्ट भी क्लीनिक खोल सकेंगे.
PIB Fact Check : यह दावा फर्जी है. फार्मेसी अधिनियम और फार्मेसी प्रैक्टिस नियमों के अंतर्गत किसी भी फार्मासिस्ट के लिए क्लीनिक खोलने का कोई प्रावधान नहीं है.
दावा: एक न्यूज़ आर्टिकल में दावा किया जा रहा है कि डाक्टरों की तरह अब फार्मेसिस्ट भी क्लीनिक खोल सकेंगे।#PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। फार्मेसी अधिनियम और फार्मेसी प्रैक्टिस नियमों के अंतर्गत किसी भी फार्मेसिस्ट के लिए क्लीनिक खोलने का कोई प्रावधान नहीं है। pic.twitter.com/FHgVDvcSNw
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 30, 2020
वायरल मैसेज में और क्या किया गया है दावा
वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि मेडिकल स्टोरी में बैठने वाले फार्मासिस्ट जो पहले डॉक्टरों की पर्ची देखकर मरीजों को देख लिया करते थे, अब खुद इलाज कर पाएंगे. अपना खुद का क्लीनिक भी खोल पाएंगे.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया के दौर में इस तरह के कई मैसेज तेजी से वायरल हो रही हैं. जिसकी जांच किये बिना पुरी तरह से सही मान लेना खतरे को बढ़ा सकता है. इसलिए पहले वायरल मैसेज को पूरी जांच कर लेना चाहिए, फिर उसे किसी और के पास भेजना चाहिए.
Posted By – Arbind kumar mishra