फोन टैपिंग को लेकर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि ये सच है कि महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ था जो ऑन रिकॉर्ड है. गोवा में यही महाराष्ट्र पैर्टन चलाया जा रहा है. ये संयोग की बात है कि उस समय जो महाराष्ट्र के नेता थे वो गोवा के प्रभारी हैं. फोन टैपिंग शायद उत्तर प्रदेश में भी चल रहा होगा, मुझे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भी चिंता है.
गोवा फोन टैपिंग मामले पर संजय राउत ने कहा कि इस देश में जो विपक्ष के नेता हैं और खासकर जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं वहां के बहुत से नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं. शुक्रवार को ही गोवा में कांग्रेस की ओर से फोन टैप मामले में जनता को बड़ी जानकारी मिली है.
यहां चर्चा कर दें कि गोवा, यूपी, मणिपुर, उत्तराखंड और पंजाब…पांच राज्यों में इस साल चुनाव हो रहे हैं. यूपी में सोमवार को अंतिम चरण का मतदान होगा. सभी प्रदेशों की गिनती 10 मार्च को होनी है जिसपर सबकी नजर बनी हुई है. गोवा की बात करें तो यहां मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है लेकिन यहां आम आदमी पार्टी, शिवसेना और टीएमसी भी मैदान में है.
गोवा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. यह बात शिवसेना सांसद संजय राउत ने पिछले दिनों कही थी. उन्होंने कहा था कि कहा कि गोवा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. आपको बता दें कि राउत की पार्टी गोवा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है.
Maharashtra phone tapping pattern being replicated in Goa. I am worried about Samajwadi Party's chief Akhilesh Yadav in Uttar Pradesh, Shiv Sena leader Sanjay Raut said in Mumbai pic.twitter.com/JIQoyWLH71
— ANI (@ANI) March 5, 2022
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इसमें भारतीय जनता पार्टी, जो तब गोवा की सत्ता में थी, को 40 में से सिर्फ 13 सीटों पर जीत मिली थी. कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को एक और अन्य दलों को 9 सीट पर जीत मिली थी. सबसे बड़ी पार्टी सरकार बनाने की जुगत में लगी रही, और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने सरकार का गठन कर लिया.
गोवा में वर्ष 2017 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी कम सीटें जीतकर भी सत्ता पर काबिज हुई थी. सीनियर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह उर्फ दिग्गी राजा के पास सरकार बनाने को लेकर जिम्मेदारी थी लेकिन वे यह तय करते रहे कि किसको मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाये और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गोवा में अपनी सरकार बना ली.
इस बार गोवा में सत्ता की राह आसान नहीं है. तब कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ कुछ क्षेत्रीय दलों के बीच टक्कर थी. लेकिन, इस बार पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अलावा दिल्ली में सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी (आप) भी ताल ठोंकने के लिए गोवा पहुंची है.