मध्य प्रदेश के खरगोन में मनरेगा के जॉब कार्ड में पायी गयी अभिनेत्रियों की तस्वीर
नयी दिल्ली : मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की पिपराखेड़ा नाका पंचायत में मनरेगा योजना के तहत काम करनेवाले श्रमिकों को जारी किये गये जॉब कार्ड में पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों द्वारा फर्जीवाड़ा किये जाने की खबर है. बताया जाता है कि मनरेगा योजना के श्रमिकों को जारी जॉब कार्ड में अभिनेत्रियों के फोटो पाये गये हैं.
नयी दिल्ली : मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की पिपराखेड़ा नाका पंचायत में मनरेगा योजना के तहत काम करनेवाले श्रमिकों को जारी किये गये जॉब कार्ड में पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों द्वारा फर्जीवाड़ा किये जाने की खबर है. बताया जाता है कि मनरेगा योजना के श्रमिकों को जारी जॉब कार्ड में अभिनेत्रियों के फोटो पाये गये हैं.
MP: A few job cards, issued to workers employed under MGNREGA scheme, in Piparkheda Naka Panchayat of Khargone, were allegedly found to have photos & details of actresses on them, instead of workers. Payments for a few days in the months of June & July were made on the same cards pic.twitter.com/c9VyYH19um
— ANI (@ANI) October 16, 2020
जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की पिपराखेड़ा नाका पंचायत के पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों के फर्जीवाड़े के कारण ग्रामीण महिला-पुरुषों की तस्वीर की जगह रोजगार गारंटी जॉब कार्ड में बॉलीवुड अभिनेत्रियों की तस्वीरें लगायी गयी हैं. साथ ही जून और जुलाई माह के कुछ दिनों में इन जॉब कार्ड पर भुगतान भी कर दिये गये हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉब कार्ड ऐसे किसानों को भी दिये गये हैं, जिनके नाम पर कई एकड़ जमीन भी है. कुछ जॉब कार्ड धारकों का कहना है कि मैंने जॉब कार्ड बनवाया ही नहीं और ना ही मैंने कभी मजदूरी दी. मेरा फर्जी कार्ड बनाया गया है. साथ ही 30,000 रुपये भी निकाल लिये गये हैं.
इधर, जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. करीब दर्जनभर मामलों की सूचना प्रकाश में आयी है, जिनमें कई हस्तियों की तस्वीरें लगी हैं. वहीं, कुछ दिनों में राशि भी निकाल ली गयी. मस्टररोल भी भरे गये हैं.
अधिकारियों का कहना है कि जॉब कार्ड पर तस्वीरें कैसे लगीं, जांच कर पता लगाया जा रहा है. मामले में जांच के बाद जो भी दोषी पाय जायेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. मालूम हो कि इसी जिले के झिरन्या पंचायत में शत-प्रतिशत मनरेगा मजदूरी भुगतान के लिए देश में पहला स्थान पाये जाने पर पुरस्कृत भी किया गया था.