नयी दिल्ली: कोरोना संकट की वजह से देश में लॉकडाउन है. तमाम प्रतिष्ठानों सहित शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित है. क्लासें नहीं चल रही हैं. एग्जाम रूक गये हैं. इसलिये सरकार ने इस दिशा में नया औऱ अहम कदम उठाया है. आर्थिक पैकेज की पांचवी किस्त का एलान करते हुये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पीएम ई विद्या योजना की घोषणा की.
पहली से लेकर 12वीं तक अलग टीवी चैनल
वित्तमंत्री ने पीएम ई-विद्या योजना की घोषणा करते हुये कहा कि लॉकडाउन की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिये सरकार ऑनलाइन लर्निंग की दिशा में प्रयास कर रही है. इसलिये सरकार पहली से लेकर 12वीं क्लास तक के लिये अलग-अलग टीवी चैनल लॉन्च करने जा रही है. यानी की पहली से लेकर 12वीं तक की क्लास के लिये अलग-अलग चैनल होगा. बच्चे इन चैनलों के माध्यम से अपने पाठ्यक्रम का अध्ययन कर सकेंगे.
स्वंय प्रभा डीटीएच में उपलब्ध होंगे चैनल
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक स्वंय प्रभा डीटीएच में पहले से मौजूद 32 चैनलों में से ही 12 चैनल उपलब्ध करवाये जायेंगे. जानकारी के मुताबिक इनमें से कई चैनल यूजीसी, एनआईओएस, इग्नू जैसे संस्थानों को आवंटित किये गये हैं. इस बीच मानव संसाधन मंत्रालय ने एनसीईआरटी से पाठ्यक्रम तैयार करने को कहा है. ये सारे पाठ्यक्रम कंटेंट वीडियो बेस्ड होंगे. इन चैनलों में लाइव क्लासें भी आयोजित की जायेंगी. जल्द ही इन क्लासेज का टाइम टेबल जारी कर दिया जायेगा.
इंटरएक्टिव का आशय है कि बच्चे ऑनलाइन ही शिक्षकों से संवाद स्थापित कर अपनी पाठ्यक्रम में उपजे प्रश्नों का समाधान पा सकते हैं. केंद्र सरकार इसके लिये राज्यों की सहायता लेने पर भी विचार कर रही है. राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे कम से कम 4 घंटे का कंटेट दें ताकि इसको चैनलों पर लाइव प्रसारित किया जा सके.
जानिये ग्रामीण बच्चों को कैसे मिलेगा लाभ
अब ऑनलाइन एजुकेशन में समस्या इंटरनेट की भी होगी. ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट की समस्या है. वित्तमंत्री ने इसका भी समाधान बता दिया है. वित्त मंत्री ने बताया कि जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है वे स्वंय प्रभा डीटीएच सेवा के जरिये पढ़ सकते हैं. यही वजह से है कि इसमें अलग-अलग क्लासेज के लिये 12 नये चैनल जोड़े गये हैं.
बच्चों के मेंटल हेल्थ के लिये मनोदर्पण योजना
लॉकडाउन की वजह से बच्चे इस समय मनोवैज्ञानिक तौर पर भी परेशानी का सामना कर रहे हैं. बच्चों को घऱों में कैद रहना पड़ा है. कोरोना संकट की वजह से भी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा है. बच्चों को तनाव और अवसाद जैसी स्थिति से बचाने के लिये भी चैनल लाया जा रहा है.
सरकार इसके लिये मनोदर्पण कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. दिव्यांग बच्चों के लिये विशेषकर नेत्रहीन बच्चों के लिये विशेष ई-कंटेंट लाने की योजना है. इसमें बच्चों को योगा, मेडिटेशन और शारीरिक गतिविधियों के जरिये फिट रहने का तरीका सिखाया जायेगा.