नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्य्रकम के 98 वें एपिसोड को संबोधित किया. उन्होंने कहा, सेंचुरी की तरफ बढ़ते इस सफर में, ‘मन की बात’ को, आप सभी ने, जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का, अद्भुत प्लेटफॉर्म बना दिया है. आप, अपने मन की शक्ति तो जानते ही हैं, वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, ये हमने ‘मन की बात’ के अलग-अलग Episodes में देखा है, समझा है, और मैंने अनुभव किया है – स्वीकार भी किया है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘मन की बात में, जब, भारतीय खिलौनों की बात हुई, तो देश के लोगों ने,इसे भी, हाथों-हाथ बढ़ावा दे दिया अब तो भारतीय खिलौनों का इतना craze हो गया है, कि, विदेशों में भी इनकी डिमांड बहुत बढ़ रही है. जब मन की बात में हमने स्टोरी-टेलिंग की भारतीय विधाओं पर बात की, तो इनकी प्रसिद्धि भी, दूर-दूर तक पहुंच गई. लोग, ज्यादा से ज्यादा भारतीय story-telling की विधाओं की तरफ आकर्षित होने लगे.
उन्होंने कहा, ‘आपको याद होगा सरदार पटेल की जयन्ती यानी ‘एकता दिवस’ के अवसर पर ‘मन की बात’ में हमने तीन competitions की बात की थी. ये प्रतियोगिताएं, देशभक्ति पर ‘गीत’,‘लोरी’ और ‘रंगोली’ इससे जुडी थीं. लोरी writing competition में, पहला पुरस्कार, कर्नाटक के चामराजनगर जिले के बी.एम. मंजूनाथ जी ने जीता है. इन्हें ये पुरस्कार कन्नड़ में लिखी उनकी लोरी ‘मलगू कन्दा’ (Malagu Kanda) के लिए मिला है. गीतों और लोरी की तरह ही Rangoli Competition भी काफी लोकप्रिय रहा। इसमें हिस्सा लेने वालों ने एक से बढ़कर एक सुन्दर रंगोली बनाकर भेजी. इसमें winning entry, पंजाब के, कमल कुमार जी की रही. इन्होंने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस और अमर शहीद वीर भगत सिंह की बहुत ही सुन्दर रंगोली बनाई.’