PM Modi At NIIO: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO ) संगोष्ठी ‘स्वावलंबन’ में हिस्सा लिया. नौसेना संगोष्ठी में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 4-5 वर्षों में हमारे रक्षा आयात में लगभग 21 फीसदी की कमी आई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में हमने रक्षा बजट बढ़ाया. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि यह भारत में रक्षा विनिर्माण ‘इकोसिस्टम’ के विकास में उपयोगी हो. उन्होंने कहा कि हम भारत में नया रक्षा इकोसिस्टम विकसित कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि बजट का बड़ा हिस्सा रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए भारतीय कंपनियों से खरीद पर खर्च किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य, 21वीं सदी के भारत के लिए बहुत जरूरी है. आत्मनिर्भर नौसेना के लिए पहले स्वावलंबन सेमिनार का आयोजन होना, इस दिशा में अहम कदम है. प्रधानमंत्री ने कहा कि नौसेना के लिए 75 स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का निर्माण एक तरह से पहला कदम है. हमें इनकी संख्या को लगातार बढ़ाने के लिए काम करना है. आपका लक्ष्य होना चाहिए कि भारत जब अपनी आजादी के 100 वर्ष का पर्व मनाए, उस समय हमारी नौसेना एक अभूतपूर्व ऊंचाई पर हो.
In just the short span of the last 4-5 years, our Defence imports have decreased by around 21%… We are moving forward from being a defence importer to becoming a defence exporter: PM Narendra Modi pic.twitter.com/SyLkjMpQBW
— ANI (@ANI) July 18, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपनी पब्लिक सेक्टर डिफेंस कंपनियों को हमने अलग-अलग सेक्टर में संगठित कर उन्हें नई ताकत दी है. आज हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि आईआईटी (IIT) जैसे अपने प्रमुख संस्थान को भी हम रक्षा अनुसंधान और नवाचार से कैसे जोड़ें. उन्होंने कहा कि बीते दशकों की अप्रोच से सीखते हुए आज हम सबका प्रयास की ताकत से नए रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का विकास कर रहे हैं. आज रक्षा अनुसंधान एवं विकास को निजी क्षेत्र, शिक्षाविद, एमएसएमई (MSMEs) और स्टार्ट-अप के लिए खोल दिया गया है.
प्रधानमंत्री ने भारत के आत्मविश्वास और उसकी आत्मनिर्भरता को चुनौती देने वाली ताकतों के खिलाफ युद्ध तेज करने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसी हर कोशिश को नाकाम करना जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे भारत वैश्विक मंच पर खुद को स्थापित कर रहा है, वैसे-वैसे दुष्प्रचार के माध्यम से लगातार हमले हो रहे हैं. पीएम ने कहा कि खुद पर भरोसा रखते हुए भारत के हितों को हानि पहुंचाने वाली ताकतें चाहे देश में हों या फिर विदेश में, उनकी हर कोशिश को नाकाम करना है. उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए हमें एक और अहम पक्ष पर ध्यान देना चाहिए. हमें भारत के आत्मविश्वास को, हमारी आत्मनिर्भरता को चुनौती देने वाले ताकतों के विरुद्ध युद्ध तेज करना है.