सिलवासा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सिलवासा नमो चिकित्सा शिक्षा एवं शोध संस्थान राष्ट्र को समर्पित किया. इस मौके पर उन्होंने पहले की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान जहां परियोजनाओं में देरी होती थी, वहीं उनकी सरकार ने एक नई ‘कार्य संस्कृति’ की शुरुआत की है. वह सिलवासा में एक चिकित्सा महाविद्यालय का उद्घाटन करने और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव में 4,800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न अन्य परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद बोल रहे थे.
दमन-दीव का पहला चिकित्सा महाविद्यालय
केंद्र सरकार की ओर से वित्त पोषित ‘नमो चिकित्सा शिक्षा और शोध संस्थान’ केंद्र शासित प्रदेश का पहला चिकित्सा महाविद्यालय है. प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2019 में इसका शिलान्यास किया था. उन्होंने कहा कि इससे पहले जिन सरकारी परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाती थी, उनमें देरी होती थी. पिछले नौ साल में हमने देश में एक नई कार्यशैली विकसित की है. अब जिस कार्य की नींव रखी जाती है, उसे तेजी से पूरा करने का भी भरसक प्रयास किया जाता है. एक काम पूरा करते ही हम दूसरा काम शुरू कर देते हैं.
विकास को वोटबैंक के तराजू पर तोला गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि देश का यह भी दुर्भाग्य रहा है कि अनेक दशकों तक विकास को राजनीति के वोटबैंक के तराजू पर ही तौला गया. उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की घोषणाएं होती थीं, लेकिन इसके केंद्र में कहां से कितना वोट मिलेगा और किस वर्ग को खुश करने से वोट मिलेगा, यह हुआ करता था. जिनकी पहुंच नहीं थी, जिनकी आवाज कमजोर थी, वो अभाव में रहे और विकास यात्रा में पीछे छूटते गए. यही कारण है कि हमारे आदिवासी और सीमावर्ती क्षेत्र विकास से वंचित रह गए.
देश के हर क्षेत्र के विकास पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि मौजूदा केंद्र सरकार सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही है. उन्होंने कहा कि देश के हर क्षेत्र का विकास हो, देश के हर क्षेत्र का संतुलित विकास हो, इस पर हमारा बहुत जोर है. उन्होंने कहा कि छात्र अब अपनी स्थानीय भाषाओं में चिकित्सा और इंजीनियरिंग जैसे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर सकते हैं.
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203 करोड़ की लागत से बना महाविद्यालय
केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली, दमन एवं दीव की राजधानी में 203 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अत्याधुनिक चिकित्सा महाविद्यालय में नवीनतम अनुसंधान केंद्र, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं से सुसज्जित केंद्रीय पुस्तकालय, विशेष चिकित्सा कर्मचारी, चिकित्सा प्रयोगशालाएं, स्मार्ट लेक्चर हॉल, अनुसंधान प्रयोगशालाएं, शरीर रचना संग्रहालय, क्लब हाउस और खेल सुविधाएं शामिल हैं. इसमें छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए आवासीय परिसर की सुविधा भी मुहैया कराई गई है.