NEET: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितता से जुड़े मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद में चर्चा नहीं चाहते है. राहुल गांधी ने कहा कि जबकि उन्हें खुद छात्रों से जुड़े इस अहम मुद्दे पर चर्चा की अगुवाई करनी चाहिए. बता दें, शुक्रवार को सदन में राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाया और राष्ट्रपति के अभिभाषण से अलग इस विषय पर चर्चा की मांग की. हालांकि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू इस मुद्दे पर कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सबसे पहले इस पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होती है और अलग से किसी विषय पर चर्चा की परंपरा नहीं रही है.
कांग्रेस ने लगाया माइक बंद करने का आरोप
इधर, कांग्रेस ने दावा किया है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष जब नीट के विषय पर बोल रहे थे, तो बीच में ही उनका माइक बंद कर दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया की सदन में बोलने से रोकने के लिए राहुल गांधी का माइक बंद किया गया. बता दें, नीट के मामले पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं, सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि जहां तक नीट का सवाल है, यह एक त्रासदी हुई है और हर कोई जानता है कि पेपर लीक हुआ और लोगों ने हजारों करोड़ रुपये बनाए. छात्रों के सपनों और आकांक्षाओं को नष्ट कर दिया गया और उनका उपहास उड़ाया गया.
नीट पर चर्चा चाहता है विपक्ष
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सभी विपक्षी दलों का सर्वसम्मति से यह फैसला था कि हमें शांतिपूर्ण चर्चा करनी चाहिए. जब मैंने इस मुद्दे को संसद में उठाया, तो मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि इससे सात सालों में दो करोड़ छात्र प्रभावित हुए हैं. राहुल गांधी ने दावा किया कि यह स्पष्ट है कि एक व्यवस्थित समस्या है, भारी भ्रष्टाचार है और हम इसे ऐसे चलने नहीं दे सकते. हमें इस मुद्दे का समाधान जरूर खोजना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री जिन्हें चर्चा का नेतृत्व करना चाहिए वह चर्चा ही नहीं चाहते. राहुल ने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं और हम सरकार से टकराव नहीं चाहते हैं और सिर्फ अपने विचार सदन में रखना चाहते हैं.
पीएम मोदी को चर्चा में भाग लेना चाहिए- राहुल गांधी
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विपक्ष युवाओं से जुड़े इस विषय पर सम्मानजनक तरीके से चर्चा करना चाहता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसमें भाग लेना चाहिए. उन्होंने संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि संसद से यह संदेश जाना चाहिए कि देश की सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों के हितों की बात कर रहे हैं. इससे पहले विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ के घटक दलों ने गुरुवार को बैठक कर फैसला किया था कि वे शुक्रवार को इस विषय को संसद के दोनों सदनों में उठाएंगे.