‘अंतरिक्ष जाने से पहले गैर जैविक प्रधानमंत्री को जाना चाहिए मणिपुर’, जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर कसा तंज
Jairam Ramesh: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने पीएम मोदी के अंतरिक्ष जाने वाली खबर को लेकर तंज भी कसा.
Jairam Ramesh: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पीएम पर अंतरिक्ष जाने वाली खरब को लेकर तंज कसा. जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट डाला और लिखा, अंतरिक्ष में जाने से पहले प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना चाहिए. जयराम रमेश ने पीएम मोदी को गैर-जैविक भी बताया.
अंतरिक्ष जाएंगे पीएम मोदी
कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतरिक्ष यात्रा की खबर आई थी. खबर इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ के उस इंटरव्यू के बाद सुर्खियों में आई थी, जब उनसे पूछा गया था कि क्या पीएम मोदी भी गगन मिशन में जाने वाले हैं. इस सवाल पर इसरो प्रमुख ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के पहले मानव मिशन में अंतरिक्ष में उड़ान भर सकते हैं, जब यह मिशन चालू हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा, जब हम पूरी तरह से आश्वस्त हो जाएं कि हम वहां लोगों को सुरक्षित भेज सकते हैं, तभी कोई राष्ट्राध्यक्ष को वहां भेजा जाएगा. उन्होंने कहा, हम सभी को बहुत गर्व होगा अगर हम पूरे आत्मविश्वास के साथ राष्ट्राध्यक्ष को अंतरिक्ष में भेज सकें.
गगनयान मिशन में जाएंगे चार लोग
गगनयान मिशन में चार लोग जानें वाले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल फरवरी 27 को उन चार अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री ने थुंबा स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला गगनयान मिशन के लिए नामित किये गए अंतरिक्ष यात्री हैं. मोदी ने कहा था कि चार दशक बाद कोई भारतीय, अंतरिक्ष में जाने के लिए तैयार है और इस बार उलटी गिनती (काउंटडाउन), समय और यहां तक कि रॉकेट भी हमारा है.
2025 में गगनयान को अंतरिक्ष में भेजेगा इसरो
2025 में गगनयान मिशन के तहत पृथ्वी की कक्षा में भेजने के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्री उड़ान अभ्यास और योग के अलावा सिमुलेटर, सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में रहने के अभ्यास सहित कड़े प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं. इसरो का संबंधित प्रशिक्षण प्रतिष्ठान भारतीय वायुसेना के पायलटों-ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला के लिए ऐसी गतिविधियों का केंद्र है.