कोपेनहेगन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के जरिये इस क्षेत्र के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने में एक लंबा सफर तय किया जायेगा. उन्होंने कहा कि डेनमार्क, नॉर्वे, स्वीडन, आइसलैंड और फिनलैंड के अपने समकक्षों के साथ उनकी सार्थक द्विपक्षीय बैठकों ने रेखांकित किया है कि वे एक साथ वैश्विक समृद्धि और सतत विकास को प्राप्त कर सकते हैं.
तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को बर्लिन से यहां पहुंचे पीएम मोदी ने डेनमार्क की राजधानी में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन से इतर इन चार नॉर्डिक नेताओं से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने डेनमार्क में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद ट्वीट किया, ‘भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के जरिये इस क्षेत्र के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने में एक लंबा सफर तय किया जायेगा. साथ में, हमारे देश बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं और वैश्विक समृद्धि तथा सतत विकास में योगदान कर सकते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के जरिये नॉर्डिक देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक महान मंच उपलब्ध कराया गया. नॉर्डिक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी सार्थक थीं. मैं समृद्धि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में उनके साथ काम करने की उम्मीद करता हूं.’ प्रधानमंत्री ने मंगलवार को यहां डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट्टे फ्रेडेरिक्सेन से मुलाकात की थी और दोनों नेताओं ने भारत-डेनमार्क हरित रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की थी और क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया था.
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प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर के साथ सबसे पहले बैठक की. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. मोदी ने ट्वीट किया, ‘नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर के साथ सार्थक बैठक की. हमारी बातचीत में समुद्री अर्थव्यवस्था (ब्लू इकोनॉमी), स्वच्छ ऊर्जा, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाना शामिल था. नॉर्वे भारत की हाल में घोषित आर्कटिक नीति का एक प्रमुख स्तंभ है.’ विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि इस दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी चर्चा हुई.