Pragati Maidan: कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने से पहले पीएम मोदी ने की पूजा, जानें इसकी खासियत
सरकार ने जनवरी, 2017 में प्रगति मैदान के पुनर्विकास के लिए भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए राष्ट्रीय राजधानी में विश्वस्तरीय आईईसीसी स्थापित करने पर सहमति जताई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केन्द्र (इंटरनेशनल एग्जिबिशन कम कन्वेंशन सेंटर) परिसर राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस परिसर में सितंबर में जी-20 नेताओं की बैठक प्रस्तावित है. प्रधानमंत्री मोदी ने उद्धाटन से पहले हवन और पूजा की. उसके बाद श्रमजीवियों से मुलाकात भी की.
मोदी सरकार ने 2017 में प्रगति मैदान के पुनर्विकास के प्रस्ताव को दी थी मंजूरी
सरकार ने जनवरी, 2017 में प्रगति मैदान के पुनर्विकास के लिए भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए राष्ट्रीय राजधानी में विश्वस्तरीय आईईसीसी स्थापित करने पर सहमति जताई थी.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi is participating in a Havan & Puja at the new ITPO complex in New Delhi. pic.twitter.com/CufFlRvZ6m
— ANI (@ANI) July 26, 2023
123 एकड़ में फैला है कन्वेंशन सेंटर
इस परियोजना को लगभग 2700 करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में विकसित किया गया था. लगभग 123 एकड़ के परिसर क्षेत्र के साथ, आईईसीसी परिसर को भारत के सबसे बड़े एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनी) गंतव्य के रूप में विकसित किया गया है.
कन्वेंशन सेंटर में कई अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद
नव विकसित आईईसीसी परिसर में कन्वेंशन सेंटर, प्रदर्शनी कक्ष, एम्फीथिएटर आदि सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं. कन्वेंशन सेंटर को प्रगति मैदान के केंद्र बिंदु के रूप में विकसित किया गया है। यह एक भव्य वास्तुशिल्प चमत्कार है, जिसे बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों, सम्मेलनों, सम्मेलनों और अन्य प्रतिष्ठित कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार किया गया है.
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पीएमओ ने कहा कि इसके बहुउद्देश्यीय हॉल और प्लेनरी हॉल में सात हजार लोगों की संयुक्त क्षमता है, जो ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध सिडनी ओपेरा हाउस की बैठने की क्षमता से बड़ी है और इसका शानदार एम्फीथिएटर 3,000 व्यक्तियों की बैठने की क्षमता से लैस है.
कन्वेंशन सेंटर भवन का वास्तुशिल्प डिजाइन भारतीय परंपराओं से प्रेरित
कन्वेंशन सेंटर भवन का वास्तुशिल्प डिजाइन भारतीय परंपराओं से प्रेरित है और आधुनिक सुविधाओं एवं जीवन शैली के अनुरुप भारत के आत्मविश्वास और दृढ़ विश्वास को दर्शाता है.
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पीएमओ ने कहा कि आगंतुकों की सुविधा आईईसीसी में एक प्राथमिकता है. यहां एक साथ 5,500 से अधिक वाहनों के लिए पार्किंग तैयार किया गया है. सिग्नल-मुक्त सड़कों के माध्यम से पहुंच की आसानी यह सुनिश्चित करती है कि आगंतुक बिना किसी परेशानी के आयोजन स्थल तक पहुंच सकें.
कन्वेंशन सेंटरनए आईईसीसी परिसर के विकास से भारत को वैश्विक स्तर पर मिलेगी नयी पहचान
पीएमओ ने कहा कि प्रगति मैदान में नए आईईसीसी परिसर के विकास से भारत को एक वैश्विक व्यापार गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. यह व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे आर्थिक विकास और रोजगार सृजन होगा. उसने कहा कि यह छोटे और मध्यम उद्यमों के विकास का समर्थन करेगा और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा
नये कन्वेंशन सेंटर के बारे में जानें एक नजर में
भारत में सम्मेलन के लिए सबसे विशाल स्थान- दुनिया के 10 सबसे बड़े प्रदर्शनी और सम्मेलन संकुलों में से एक. फ्रैंकफर्ट और शंघाई की तरह.
7 नये एवं बेहतरीन प्रदर्शनी हॉल और 3 भव्य खेल क्षेत्र की रंगशाला युक्त
5500 से अधिक वाहनों के पार्किंग की सुविधा
बेहतरीन सड़क सुविधा और पांच-सितारा होटलों के करीब
सातों दिन 24 घंटे निगरानी के लिए कमांड और कंट्रोल रूम
सुरक्षित सामानों की आवाजाही और खाने-पीने के पदार्थ की सारी सुविधाएं एक ही जगह पर
26 फुटबॉल मैदान के बराबर 1.5 वर्ग मीटर का विशाल कवर्ड क्षेत्र
7000 से अधिक लोगों के एक साथ बैठने की सुविधा. सिडनी के ओपेरा हाउस से भी बड़ा.
दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के अनुकूल इमारत
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों और कारिगरों के लिए वैश्विक मंच
5 जी इंटरनेट और 10 जी इंट्रानेट बैंडविथ युक्त सुविधा.