‘सोमनाथ मंदिर जितनी भी बार गिराया गया,उतनी ही बार खड़ा हुआ’, बोले पीएम- आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता
पीएम मोदी ने सोमनाथ समुद्र दर्शन पैदल पथ, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और नवीनकृत अहिल्याबाई होलकर मंदिर का भी उद्घाटन किया. इसके नवीनीकरण पर 3.5 करोड़ रुपये की लागत आयी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमानाथ मंदिर में 5 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसके अलावा पीएम मोदी सोमनाथ मंदिर में पार्वती मंदिर का भी शिलान्यास करने का काम किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मुझे समुद्र दर्शन पथ, सोमनाथ प्रदर्शन गैलरी और जीर्णोद्धार के बाद नए स्वरूप में जूना सोमनाथ मंदिर के लोकार्पण का सौभाग्य मिला है. साथ ही आज पार्वती माता मंदिर का शिलान्यास भी हुआ है.
उन्होंने कहा कि आज मैं लौह पुरुष सरदार पटेल जी के चरणों में भी नमन करता हूं जिन्होंने भारत के प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करने की इच्छाशक्ति दिखाई. सरदार साहब, सोमनाथ मंदिर को स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र भावना से जुड़ा हुआ मानते थे. इस मंदिर को सैकड़ों सालों के इतिहास में कितनी ही बार तोड़ा गया, यहां की मूर्तियों को खंडित किया गया, इसका अस्तित्व मिटाने की हर कोशिश की गई. लेकिन इसे जितनी भी बार गिराया गया, ये उतनी ही बार उठ खड़ा हुआ.
बता दें, ये मंदिर 30 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा. पीएम मोदी सोमनाथ समुद्र दर्शन पैदल पथ, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और नवीनकृत अहिल्याबाई होलकर मंदिर का भी उद्घाटन करेंगे. इसके नवीनीकरण पर 3.5 करोड़ रुपये की लागत आयी है.
सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से भारत सरकार की प्रसाद योजना के तहत समुद्र दर्शन पथ का निर्माण कराया गया है. करीब 47 करोड़ रुपये की लागत से इस पथ का निर्माण किया गया है, जिसके लिए धन, केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की तीर्थ यात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत मुहिम, जो ‘प्रसाद’ योजना के तौर पर मशहूर है, से दिया गया है.
करीब 1.5 किलोमीटर लंबे और 27 फीट चौड़े इस समुद्र दर्शन पथ के साथ जो दीवार खड़ी की गयी है, उस पर भगवान शिव के जीवन से जुड़े आकर्षक चित्र बनाये गये हैं, जो शिव पुराण पर आधारित हैं. इस पथ पर टहलते हुए न सिर्फ पर्यटक सागर की लहरों को निहार सकते हैं, बल्कि सोमनाथ मंदिर की भव्यता का भी अहसास कर सकते हैं. इस समुद्र दर्शन पथ पर छोटे बच्चे साइकिल भी चला सकते हैं या फिर गेम खेल सकते हैं.
साबरमती रिवरफ्रंट व पोरबंदर चौपाटी के वॉक-वे जैसा है दर्शन पथ
समुद्र दर्शन पथ
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1.47 किलोमीटर लंबाई
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07मीटर चौड़ा है पथ
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47.11करोड़ रुपये है लागत
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160 शॉपिंग हाट स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए
मुख्य प्रवेश द्वार पर दिखेगा
-दशावतार, रामायण, श्रीमद भागवत व शिव पुराण पर आधारित पेंटिंग
-पथ पर बच्चों के मनोरंजन के लिए बनायी गयी है खेल-कूद संबंधी पेंटिंग
शिल्प स्थापत्य प्रदर्शनी केंद्र जनता को समर्पित
प्रसाद योजना के तहत यात्री सुविधा केंद्र में शिल्प स्थापत्य प्रदर्शनी केंद्र का निर्माण करवाया गया है. इसमें मंदिर की स्थापना से अब तक के 100 फोटोग्राफ, केएम मुंशी पुस्तकालय, ट्रस्ट के विकास कार्यों व विविध जानकारी से संबंधित डॉक्यूमेंटरी दिखाने के लिए ऑडिटोरियम की सुविधा उपलब्ध करवायी गयी है. ट्रस्ट की ओर से 200 फोटोग्राफ व 150 पेजों की पुस्तक भी तैयार की जा रही है.
पार्वती माता मंदिर का भी शिलान्यास
ट्रस्ट की ओर से सोमनाथ मंदिर परिसर में यज्ञशाला के समीप करीब 30 करोड़ रुपये के खर्च से शक्तिपीठ पार्वती मंदिर का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री मोदी ने किया. सफेद संगमरमर से निर्मित होने वाले मंदिर के निर्माण का खर्च वहन करने का संकल्प सूरत के हीरा व्यापारी भीखूभाई धामलिया ने संकल्प किया था.
मातृश्री अहिल्याबाई सोमनाथ मंदिर का लोकार्पण
पार्वती मंदिर के शिलान्यास के साथ-साथ सोमनाथ महादेव मंदिर के सामने प्राचीन मंदिर के पुनर्निमाण के साथ तैयार किये गये अहिल्याबाई मातृश्री होल्कर सोमनाथ मंदिर का भी लोकार्पण किया गया. सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से 3.5 करोड़ रुपये के खर्च से मातृश्री अहिल्याबाई सोमनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया है.